गरियाबंद। वन विभाग ने एक बार फिर छापामार कार्यवाही करते हुए 89 नग इमारती लकड़ी का चिरान जप्त की है, जिसकी कीमत एक लाख रुपए बताई जा रही है। मामला वनपरिक्षेत्र नवागढ़ का है।
वन विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है कि वनमण्डलाधिकारी मंयक अग्रवाल के मार्गदर्शन में ग्राम अंदोरा निवासी मनोहर गोंड़ के मकान और बाड़ी तलाशी हेतु उपवनमंडलाधिकारी मनोज चंद्राकर द्वारा सर्च वारंट जारी किया गया था। जिसमें वन अमला की टीम ने छापामार कार्यवाही में उक्त व्यक्ति के घर और बाड़ी से एक लाख रुपए की अवैध लकड़ी जप्त की है। वहीं विभाग ने अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अंदोरा निवासी मनोहर गोंड़ के घर और बाड़ी से इमारती वनोपज शीशम चिरान 18 नग 0.108 घ.मी., सागौन चिरान 11 नग 0.081 घ.मी., बीजा चिरान 48 नग 0.562 घ.मी. एवं साल चिरान 12 नग 0.141 घ.मी. कुल 89 नग चिरान 0.891 घ.मी. और शीशम का एक नग सोफा सेट टी टेबल सहित जप्त किया है। जिसकी कीमत लगभग एक लाख रूपए बताई जा रही है। उक्त अपराधी के विरूद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 33 छ0ग0 संरक्षित वन नियम 1960 एवं छ0ग0 काष्ठ चिरान (विनियमन) अधिनियम 1984 के अंतर्गत वन अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में तुलाराम सिन्हा उपवनक्षेत्रपाल परिक्षेत्र अधिकारी नवागढ़, कांशीराम गायकवाड़ उपवनक्षेत्रपाल सहायक परिक्षेत्र अधिकारी दर्रीपारा एवं दयाशंकर शुक्ला वनपाल सहायक परिक्षेत्र अधिकारी नवागढ़, बिरेन्द्र सिंह ध्रुव वनपाल सहायक परिक्षेत्र अधिकारी कामेपुर एवं परिक्षेत्र नवागढ़ के समस्त वन अमला छापामार कार्यवाही में शामिल थे।