बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की रजत जयंती के मौके पर शनिवार को न्यायाधीशगण और बार एसोसिएशन के सदस्यों के बीच मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन हुआ। इस पहल का उद्देश्य बार और बेंच के रिश्तों को और मजबूत करना था।
मैच की शुरुआत मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने खिलाड़ियों से परिचय लेकर की। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यायाधीश 11 ने शानदार प्रदर्शन कर 215 रन बनाए और अधिवक्ता संघ को 216 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में अधिवक्ता 11 की पूरी टीम 111 रन पर सिमट गई। इस तरह मैच की विजेता टीम रही न्यायाधीश 11।
मुख्य न्यायाधीश का हरफनमौला प्रदर्शन
न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने 8 गेंदों में 28 रन बनाकर सबका ध्यान खींचा। बॉलिंग में भी कमाल दिखाते हुए 6 विकेट झटके। उनके ऑलराउंड प्रदर्शन पर उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
अन्य पुरस्कार
- सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़: न्यायमूर्ति राकेश मोहन पाण्डेय (16 गेंदों में 49 रन)
- बेस्ट फील्डर: न्यायमूर्ति रविन्द्र अग्रवाल (विकेटकीपिंग में दो कैच)
- बेस्ट बॉलर: न्यायमूर्ति सचिन सिंह राजपूत और न्यायमूर्ति अरविन्द वर्मा (संयुक्त रूप से)
इसके अलावा न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार व्यास, नरेश कुमार चन्द्रवंशी, दीपक कुमार तिवारी, संजय कुमार जायसवाल, वी.डी. गुरु और अमितेन्द्र किशोर प्रसाद ने भी शानदार बल्लेबाज़ी की। विजेता ट्रॉफी न्यायमूर्ति रजनी दूबे ने प्रदान की, जबकि मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल और न्यायमूर्ति पार्थ प्रतीम साहू ने दिया।
अधिवक्ता 11 का प्रदर्शन
कप्तान वरुण मिश्रा ने 2 विकेट लेकर और बेहतरीन फील्डिंग कर टीम की शान बढ़ाई। वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील ओटवानी, मतीन सिद्दकी, गौतम खेत्रपाल और अन्य अधिवक्ताओं ने भी उम्दा खेल भावना दिखाई।
मुख्य न्यायाधीश का संदेश
समापन अवसर पर मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने कहा—
“मैत्री मैच में जीत-हार का कोई मायने नहीं होता। दोनों ही पक्ष विजेता होते हैं। ऐसे आयोजन बार और बेंच के संबंधों को मजबूत करने के साथ बेहतर तालमेल और आपसी समझ को बढ़ाते हैं।”
इस अवसर पर उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशगण, उनके पारिवारिक सदस्य, अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी, अधिवक्ता, रजिस्ट्रार जनरल, रजिस्ट्री अधिकारी, जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।