जायसवाल ने किया निरीक्षण, प्रशासनिक व्यवस्था अलग होगी, एम्स जैसी सुविधाएं मिलेगी
बिलासपुर। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सिम्स की व्यवस्था में और सुधार के लिए मरीजों के इलाज (क्लिीनिकल) एवं प्रशासनिक व्यवस्था दोनों को अलग-अलग करने का आदेश दिया है। अब अस्पताल प्रशासन के लिए एमबीए उत्तीर्ण प्रशासक और एक जनसम्पर्क अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
जायसवाल आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री का प्रभार लेने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे। सिम्स में अधिकारियों की बैठक लेकर शहर के बीचों-बीच स्थित सिम्स को उन्होंने कोनी में स्थानांतरित करने के लिए तैयारी शुरू करने कहा। कोनी में सिम्स के नये भवन के लिए लगभग 40 एकड़ भूमि आरक्षित रखी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण भी किया। इलाज कराने पहुंचे मरीजों से मुलाकात कर व्यवस्था की जानकारी उन्होंने ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों के पंजीयन में सुविधा के लिए टोकन सिस्टम जल्द लागू करने कहा । कलेक्टर अवनीश शरण, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. विष्णुदत्त, सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई, डीन के.के.सहारे, अधीक्षक डॉ. एसके नायक, उप अधीक्षक डॉ. विवेक शर्मा सहित सिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर एवं अधिकारी इस दौरान उपस्थित थे।
बैठक एवं निरीक्षण के दौरान बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, बिल्हा विधायक धरमललाल कौशिक, तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रेणु जी पिल्लई तथा सिम्स के ओएसडी आर.प्रसन्ना उपस्थित थे। बैठक में सिम्स स्वास्थ्य प्रबंधन, जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग मंत्रालय से आये वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
उन्होंने कोनी में निर्माणाधीन मल्टी स्पेश्यिलिटी अस्पताल के बचे काम को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। मार्च महीने के प्रथम सप्ताह में इसका लोकार्पण किया जाएगा। उन्होंने कैन्सर अस्पताल के काम में भी गति लाकर समयसीमा में पूर्ण करने कहा।
जायसवाल ने कहा कि सिम्स बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल हैं। यहां रायपुर एम्स जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित की जायेंगी। अस्पताल में जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर की जायेगी। पिछले दो तीन महीने में हुए सुधार पर स्वास्थ्य मंत्री ने संतोष प्रकट किया। साथ ही कहा कि अस्पताल परिसर का वातावरण एवं प्रबंधन का बर्ताव इतना सद्भावना पूर्ण हो कि आते ही आधी बीमारी दूर हो जाए। बैठक में डीन डॉ.केके सहारे एवं अधीक्षक डॉ. नायक ने सिम्स में वर्तमान में उपलब्ध सुविधाएं, व्यवस्था एवं पिछले दो-तीन महीनों में आये सुधार का तुलनात्मक प्रस्तुतिकरण दिया। मंत्री ने सिम्स अस्पताल के तमाम टॉयलेट को अगले तीन महीने में सुधारने कहा। उन्होंने एक महीने के भीतर मरीजों के लिए वाटर प्यूरीफायर की व्यवस्था के निर्देश दिए।