बिलासपुर। बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट को 4C श्रेणी में अपग्रेड करने के लिए 300 करोड़ रुपये के आवंटन की मांग को लेकर हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आज महा धरना स्थल पर एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल आयोजित की। इस आंदोलन में जिला अधिवक्ता संघ, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), व्यापारी संघ और पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत जैसी प्रमुख संस्थाओं के सदस्यों ने भी भाग लिया।
समिति के सदस्यों का कहना है कि राज्य सरकार ने 4C श्रेणी के हवाई अड्डे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताने और हाईकोर्ट में हलफनामा देने के बावजूद, बजट में इसके लिए कोई घोषणा या धनराशि आवंटित नहीं की। यह न केवल निराशाजनक है, बल्कि सरकार की प्राथमिकताओं पर भी सवाल खड़े करता है।
भूख हड़ताल में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
इस आंदोलन में समिति के प्रमुख सदस्य मनोज श्रीवास, समी अहमद, बद्री यादव, गजेंद्र श्रीवास्तव और सुदीप श्रीवास्तव ने भूख हड़ताल की। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवीर सिंह चावला और पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के 70 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक मनोहर खत्री ने भी इस हड़ताल में हिस्सा लिया।
इसके अलावा, जिला अधिवक्ता संघ के चंद्रशेखर वाजपेयी, अशुतोष शर्मा, मनोज शर्मा सहित 20 से अधिक अधिवक्ताओं ने अपने न्यायालयीन कार्यों से समय निकालकर धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष श्रीवास्तव और संदीप दुबे ने भी इस आंदोलन में भाग लिया।
व्यापारी संघ के जयप्रकाश मित्तल, IMA के डॉ. देवेंद्र सिंह, पूर्व संसदीय सचिव रश्मि सिंह ठाकुर, पूर्व महापौर रामशरण यादव, पूर्व मंडी अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ल, और अन्य राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी आंदोलन में शामिल हुए।
बिलासपुर एयरपोर्ट का अपग्रेड होना क्यों जरूरी?
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने कहा कि बिलासपुर हवाई अड्डे की सुविधाएं अभी भी 1 मार्च 2021 को शुरू हुए समय जैसी ही हैं।
- रनवे की लंबाई अब भी 1500 मीटर ही है, जिससे बड़े विमानों का संचालन संभव नहीं।
- टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता केवल 100 यात्रियों की है।
- रात में लैंडिंग की सुविधा नहीं है, जिससे सीमित उड़ानों का संचालन हो पा रहा है।
समिति का कहना है कि पिछली सरकार के दौरान कार्य धीमी गति से चला, जबकि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में यह लगभग ठप हो गया। यहां तक कि सेना और रक्षा मंत्रालय द्वारा भूमि हस्तांतरण की सहमति के बावजूद, अब तक एयरपोर्ट के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई। 4C श्रेणी के हवाई अड्डे के लिए न तो कोई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) बनी और न ही नया टर्मिनल भवन बनाया गया।
300 करोड़ की मांग- आंदोलन होगा और तेज
समिति ने बताया कि बिलासपुर हवाई अड्डे को 4C श्रेणी में उन्नत करने के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। यह राशि एक बार में नहीं, बल्कि 100-100 करोड़ रुपये सालाना देकर पूरी की जा सकती है। लेकिन राज्य सरकार को तुरंत 300 करोड़ रुपये की घोषणा करनी चाहिए।
आज के आंदोलन के बाद समिति ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बिलासपुर यात्रा से पहले आंदोलन को और तेज किया जाएगा, ताकि इस मांग को प्रभावी तरीके से सरकार के समक्ष रखा जा सके।
सुबह आंदोलन की शुरुआत देवेंद्र सिंह ठाकुर ने हड़तालियों को तिलक लगाकर और माला पहनाकर की, जबकि रामशरण यादव, अशोक भंडारी और प्रियंका शुक्ला ने शाम को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त करवाई।