इफको ने ‘नैनो यूरिया’ बिलासपुर में किया लांच
बिलासपुर। आने वाले दिनों में किसान खाद को बोरियों में नहीं बल्कि छोटी बोतल में लेकर खेतों तक पहुंचेंगे। यह खाद पहले से कहीं ज्यादा असरदार होगा और कीमत इतनी कम होगी कि सरकारी सब्सिडी की जरूरत नहीं होगी।
बिलासपुर सहित पूरे देश में इस बिक्री प्रारंभ हो चुकी है। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स कोऑपरेटिव्ह लिमिटेड (इफको) ने कल एक समारोह में इसे बिलासपुर में लांच किया।
इस मौके पर राज्य विपणन प्रबंधक एस के चौहान ने बताया कि यूरिया की 45 किलो बोरी का काम 500 एमएल की नैनो बॉटल से हो जायेगा। इफको ने दुनिया में पहली बार ऐसी तकनीक का इजा किया है। पारम्परिक यूरिया बोरी का खाद खेतों में केवल 30 से 40 प्रतिशत असर डालता है, शेष गैस बन जाता है या फिर पानी में घुल जाता है। यह जल और मिट्टी दोनों को दूषित करता है। नैनो पर्यावरण के साथ ही किसानों के लिये फायदेममंद है। बिना सब्सिडी के किसानों के लिये 500 एमएल की बॉटल 240 रुपये में मिल जाता है जबकि यूरिया की बोरी पर सरकार को भारी अनुदान देना पड़ता है। नैनो के उपयोग से सरकार को करीब 29 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी बचत होगी।
लांचिंग के मौके पर एक सहकारी संगोष्ठी भी रखी गई थी, जिसमें मुख्य अतिथि अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार ने गोधन योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मुख्यमंत्री फसल चक्र परिवर्तन प्रोत्साहन योजनाओं के माध्यम से खेती को सरल और लाभकारी बनाया है, उसी तरह से नैनो यूरिया भी उनके लिये लाभदायक होगा। इफको किसानों की अपनी संस्था है जिसके रचनात्मक सोच रखने वैज्ञानिकों ने अनूठे नैनो यूरिया का अविष्कार किया है। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि किसानों व देश की अर्थव्यवस्था के लिये नैनो यूरिया बहुत उपयोगी है। कृषि विभाग के उप-संचालक शशांक शिंदे ने भी इस मौके पर उपयोगी जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन इफको के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नवीन कुमार तिवारी ने किया। इस अवसर पर अपेक्स बैंक रायपुर के प्रबंधक अभिषेक तिवारी, संयुक्त संचालक कृषि एम.के चौहान, संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं सुनील तिवारी, उप पंजीयक मंजू पाण्डेय, जिला सहकारी केद्रीय बैंक के सीईओ प्रभात मिश्रा, सहायक नोडल अधिकारी आशीष दुबे, इ्फको आमसभा सदस्य डीपी सोनी, मार्कफेड के जिला विपणन अधिकारी गजेन्द्र राठौर, सहकारी बैंकों के शाखा प्रबंधक, पर्यवेक्षक तथा समिति प्रबंधक उपस्थित थे।