बिलासपुर। सेवा सहकारी समिति मर्यादित गोड़ाडीह में 4950.21 क्विंटल धान के गबन के मामले में पुलिस ने खरीदी केंद्र प्रभारी प्रकाश लहरे को गिरफ्तार कर लिया है। समिति के प्रभारी प्रकाश लहरे और डाटा एंट्री ऑपरेटर योगेश कुमार लहरे पर इस गबन का आरोप है। अन्य आरोपी और मिलर के खिलाफ जांच जारी है।
धान की हेराफेरी की कहानी
प्रार्थी देवदत्त साहू, सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक लोहारसी ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के दौरान 62 हजार 650 क्विंटल धान की खरीद की गई थी। इसमें से 56 हजार क्विंटल धान मिलर को सौंप दिया गया था। 16 जून 2024 की स्थिति में ऑनलाइन रिकॉर्ड के अनुसार 5 हजार 955 क्विंटल धान समिति के पास होना चाहिए था, लेकिन भौतिक सत्यापन के दौरान केवल एक हजार 5 क्विंटल धान पाया गया। बाकी 49हजार 50.21 क्विंटल धान का गबन किया गया।
गबन का खुलासा
पुलिस जांच में पाया गया कि प्रकाश लहरे ने धान की गुणवत्ता खराब होने का बहाना बनाकर 3 हजार 918 क्विंटल धान को बाजार में कम कीमत पर 65 लाख रुपये में बेच दिया। इस रकम का उपयोग एक अन्य मिलर को देकर 4356 क्विंटल धान की कटौती कराई गई। इस प्रकार, आरोपी ने अवैध तरीके से धान को बेचा और सरकारी धान की अफरा-तफरी कर शासन को नुकसान पहुंचाया।