रायपुर। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव के कल एक ट्वीट के बाद प्रदेश की राजनीति बुलडोजर की तरफ मुड़ गई। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश में अगली सरकार भाजपा की बनी तो जेहादी, अपराधी और माफियाओं के ऊपर बुलडोजर चलेगा। प्रदेश के दूसरे भाजपा नेताओं ने भी इस बयान को दोहराया है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेस नेताओं ने पूछा है कि क्या मोदी की जगह भाजपा ने योगी को अपना नेता तय कर लिया है?
लैलूंगा विधानसभा प्रवास के दौरान एक युवा मित्र के मन के शंका ला दूर करेेंव।
मैं बार-बार आश्वत करत हावंव भाजपा सरकार आही अऊ जेहादी-अपराधी-माफिया मन के साम्राज्य ऊपर "बुलडोजर तो चलही"! pic.twitter.com/AjjeG8E8DS
— Arun Sao (@ArunSao3) April 22, 2023
दरअसल सांसद और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अरुण साव ने कल दोपहर एक वीडियो ट्वीट किया। इसमें वे लैलूंगा विधानसभा के प्रवास पर हैं। एक युवा उनसे पूछ रहा है कि छत्तीसगढ़ में बुलडोजर चलेगा कि नहीं? साव युवक के कंधे पर हाथ रख कर कह रहे हैं कि बुलडोजर चलवाना है तो इस सरकार को बदलना होगा। यह जो छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है उसे शांति का गढ़ बनाने के लिए बुलडोजर तो चलाना ही पड़ेगा।
साव के इस बयान की दूसरे भाजपा नेताओं ने भी वकालत की। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि भाजपा सरकार बनी तो अपराध और अपराधियों पर बुलडोजर चलेगा। कांग्रेस अपराधियों को संरक्षण देने वाली पार्टी है। विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश को खुशहाल बनाने के लिए बुलडोजर चलाना पड़ेगा और तुष्टीकरण की राजनीति बंद करनी पड़ेगी। जिस प्रदेश में हजारों भर्तियां रुकी है, वह शांत कैसे रह सकता है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के पास मुद्दों की कमी हो गई है इसलिए दूसरे राज्यों से मुद्दे चुरा रहे हैं। बीजेपी को बुलडोजर चलाना ही है तो बीजेपी सरकार के दौरान हुए घोटालों पर चलना चाहिए। उन्होंने कई घोटालों के नाम भी गिनाए। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कौन इस पार्टी को सरकार में लाना चाहेगा जो लोगों के घरों में बुलडोजर चलाने की बात कर रही हो। ये विघटनकारी सोच रखते हैं। उन्हें वहीं विपक्ष में रहने दीजिए, छत्तीसगढ़ शांति का टापू है और बना रहेगा।
बाद में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा कि भाजपा नेता बुलडोजर चलाएंगे जैसा बयान देकर यह बता दिया है कि अब मोदी-शाह का जादू खत्म हो चुका है। इसलिए योगी अब इनके नेता हैं। इनको स्पष्ट करना चाहिए कि मोदी और शाह की जोड़ी चलेगी कि योगी की राजनीति चलेगी।