नासिक। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आज देश के 6 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 49 सीटों पर मतदान हुआ। महाराष्ट्र की नासिक लोकसभा में भी वोटिंग की जा रही है। इसी दौरान वोट देने आए नासिक लोकसभा से निदर्लीय प्रत्याशी शांतिगिरी महाराज ने ईवीएम मशीन की बूथ पर माला चढ़ा दी। इसे लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। उनके कुछ समर्थक भी हिरासत में लिए गए थे जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
शांतिगिरी महाराज चुनाव लड़ने के लिए उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दोनों से मिले थे। वो दोनों दलों में से किसी भी पार्टी की ओर से टिकट लेकर चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन जब किसी भी दल ने उनको टिकट नहीं दिया तो उन्होंने निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गए। उनके चुनाव में उतरने के बाद दोनों दलों के नेताओं ने मनाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। नासिक में वर्तमान सांसद शिवसेना (शिंदे गुट) की ओर से हेमन्त गोडसे उम्मीदवार हैं। वह साल 2014 और 2019 में नासिक लोकसभा से जीत दर्ज कर चुके हैं। शिवसेना (उद्धव गुट) ने राजाभाऊ वाजे को प्रत्याशी बनाया है।
नासिक जिले में लाखलगांव के रहने वाले शांतिगिरी महाराज वेरुल मठ के मठाधीश और जनार्दन स्वामी के उत्तराधिकारी हैं। 20 मई को वोटिंग के दौरान शांतिगिरी ने मतदान के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंची। जहां उन्होंने पहले मतदान किया और फिर ईवीएम मशीन पर फूलों की माला चढ़ा दी। पीठासीन अधिकारी ने इसे देखकर पुलिस त्र्यंबकेश्वर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता और जन प्रतिनिधि अधिनियम 1951 के तहत एक मामला दर्ज कराया है। महाराज के कुछ समर्थकों को उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब वे अपने समर्थन में बैज पहनकर म्हासरुल और अंबाद पुलिस थाने की सीमा में मतदान केंद्र पहुंच गए थे। पुलिस ने बाद में उन्हें रिहा कर दिया। चंदवाड के वडगांव पंगु में एक मतदान केंद्र पर किसानों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए प्याज की माला पहनी।