आईपीएस एसोसियेशन ने सराहा प्रयासों को

बिलासपुर। जीपीएम पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने कोविड -19 के दूसरे दौर में जिस तरह से सोशल मीडिया का उपयोग कर पूरे भारत वर्ष में लोगो को मदद पहुंचाई, उसकी तारीफ आईपीएस एसोशिएशन ने की है।

एसोसियेशन ने ट्वीट किया है कि कोविड 19 के इस कठिन समय में लोगो तक पहुंचने और उनकी मदद करने के लिए आप सोशल मीडिया की वास्तविक शक्ति का उपयोग कर रहे हैं, आप और समर्थ बनें ।

परिहार द्वारा गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले में प्रथम एसपी के रूप में तैनात हैं। वे जिले के सुदूर वनांचलों में चाहे गरीब बच्चों को पढ़ाई का किट देने, गरीब परिवारों को कंबल, स्वेटर भोजन वितरण व जरूरतमंद लोगों का ध्यान रखने के लिये जाने जाते हैं। उन्होंने जिले की सबसे उन्नत, अप टू डेट और मानक निःशुल्क पुस्तक शाला की शुरुआत भी इसी साल की, जिसमें भी सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े लोगों ने मदद की। ट्विटर, इंस्टाग्राम व फेसबुक के माध्यम से उनसे करीब डेढ़ लाख लोग जुड़े हुए हैं, जिनमें से सामाजिक परोपकार कार्यों के लिए इच्छुक वॉलंटियर का डेटा बेस उन्होंने शहर और प्रदेश स्तर पर तैयार किया है।

कोरोना काल के इस द्वितीय दौर में पुलिस अधीक्षक ने विभागीय कार्यों के साथ-साथ सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म में सक्रिय रहकर विभिन्न प्रदेशों के गंभीर मरीजों के लिए प्लाज्मा, खून, इंजेक्शन, आक्सीजन, आईसीयू , वेंटीलेटर की औपचारिक, अनौपचारिक व्यवस्था की। खास बात यह है कि वे ज्यादातर मामलों में वे मरीज के अटेंन्टेंड से खुद बात कर स्थिति का जायजा लेते हैं। केस गंभीर प्रतीत होने पर विभिन्न वॉलंटियर और स्रोतों को फोन और मैसेज से लगातार तब तक फॉलो अप करते हैं जब तक मदद पहुंच ना जाए। उनके द्वारा शेयर किए गए 80 प्रतिशत से अधिक मामलों में मदद पहुंची है और लाभान्वित जनता में ज्यादातर लोग दिल्ली-एनसीआर, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल इत्यादि से संबंध रखते हैं। आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स की टाइमलाइन ऐसे ही सकारात्मक संदेशों से भरी पड़ी है।

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