रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने तीखे तेवर दिखाए। शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने साय मंत्रिमंडल के अयोध्या में राम मंदिर दर्शन पर सवाल उठाए। उन्होंने प्रदेश में भगवान राम से जुड़े स्थलों के विकास को लेकर भी भाजपा सरकार को घेरा।

डॉ. महंत ने कहा, “अभी बेर का सीजन नहीं है, बेर न शिवरीनारायण में मिल रहा, न रायपुर में, फिर अयोध्या बेर कहां से ले गए?” उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने रामजी के जहां-जहां चरण पड़े थे, ऐसे 75 स्थानों का चयन किया था। हमारी सरकार ने दस स्थानों पर काम शुरू किया था। भाजपा सरकार के आने के बाद सात महीनों में क्या किसी भी स्थान में एक ईंट भी रखी गई?”

इस सवाल पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति जताई। भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कहा, “जनता ने आपको बता दिया छत्तीसगढ़ में क्यों हारे?” महंत ने जवाब दिया, “आप लोग बातों को गलत दिशा में ले जाते हैं इसीलिए अयोध्या, प्रयागराज हारे हैं। पीएम मोदी ने श्री राम सर्किट बनाने का वादा किया है, उसमें छत्तीसगढ़ का नाम नहीं है, उसे जोड़वा दें।”

इस पूरे घटनाक्रम ने विधानसभा में गर्म माहौल पैदा कर दिया। भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस की हार की खीज करार दिया, जबकि कांग्रेस ने इसे प्रदेश के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा का प्रयास बताया।

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