बिलासपुर। संगीत निर्देशक व रंगकर्मी मनीष दत्त को गुरु पूर्णिमा पर्व पर काव्य भारती कला एवं संगीत मण्डल परिवार व नगर के प्रबुद्ध जनों ने पुष्पांजलि अर्पित की ।
उनके निर्देशन में रचे निराला, नीरज, बच्चन, महादेवी वर्मा, मीरा, कबीर, व डॉ अजय पाठक के गीतों की संगीत मय प्रस्तुति व रिकाडिंग सोशल मीडिया ग्रुप में भेजकर उनका स्मरण किया गया।
संस्था के वरिष्ठ संरक्षक मो.रफ़ी साहब के शिष्य विमल दा ने कवि नीरज का गीत मेरा जीवन बिखर गया है लिख अपना संदेश भेजा, जिसे दादा की शिष्या डॉक्टर रत्ना मिश्रा ने गाकर याद किया ।
इस अवसर पर संस्था के सचिव वरिष्ठ साहित्यकार डॉ विजय सिन्हा ने कहा मनीष दत्त ने काव्य को संगीत के माध्यम से जनप्रिय बनाया। उन्होंने लगभग दो हज़ार से ज़्यादा स्थानीय, राज्य व देश के कवियों की रचनाओं को संगीतबद्ध किया। वे सदैव स्मरणीय रहेंगे। संस्था के अध्यक्ष पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेयी ने मनीष दादा के संघर्ष यात्रा को स्मरण कर अपनी भावांजलि अर्पित करते हुये कहा कि उनकी इस साधना का सम्मान पद्मश्री से होना चाहिये। बाजपेयी ने योग गुरुओं केशरी श्रीधरन, संगीत गुरु गुणवंत व्यास को भी पुष्पांजलि अर्पित की। संस्था के संरक्षक सदस्य विनोद श्रीवास्तव, कन्हैया लाल मिश्रा, एल के पांडेय, देवेंद्र तिवारी, बसंत शर्मा को भी स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।
सुबह बजे बाजपेयी परिसर 27 खोली गार्डन में मनीष दत्त के चित्र पर माल्यार्पण, रोचन, वंदन, धूप, दीप भोग लगाकर दादा का स्मरण किया गया ।
सदस्यों ने आराधना गीत, भजन,हाथ वीणा, घिर आइ रे बदरिया, ऋतु पावस कहां से आये, अच्चुतम केशवम, गोविन्द बोलो हरि, ख़ुशी से जो अपना सिर झुका लेते है, इस समर में कौन ताण्डव कर गया है, परमात्मा गुरु निकट विराजे. जाग जाग मन मेरे..आदि की प्रस्तुति डॉक्टर सुप्रिया भारतीयन, डॉक्टर रत्ना मिश्रा, एस भारतीयन, अचिन्त्य बोस, गौरव गुलहरे, अनिरुद्ध मिश्रा, ज्योति चौधरी, डॉक्टर विनोद ने संगीमय रिकॉर्डिंग भेजी थी।
गुरु पूर्णिमा पावन पर्व पर काव्य भारती परिवार सहित नगर के प्रबुद्ध जन व साहित्यकार 27 खोली गार्डन पहुँचकर व वर्चुवल संदेश भेजा, जिनमें वरिष्ट साहित्यकार डॉ विनय पाठक, डॉ गिरधर शर्मा, डॉ विजय सिन्हा, डॉ अजय पाठक, डॉ किरण बाजपेयी, मंगला ताई देवरस, भारती भट्टाचार्य, डॉ सोम यादव, उर्मिला सिन्हा, डॉ उषा किरण बाजपेयी, सविता कुशवाहा, संध्या शुक्ला, बलवंत कौर, अजिता मिश्रा, राजेश अग्रवाल, चन्द्र शेखर बाजपेयी, डॉ अजय श्रीवास्तव, रमाकांत सोनी, चन्द्र कांता तिवारी, अतुल तिवारी, पूर्व पार्षद अखिलेश बाजपेयी, चन्द्र आर्या, अभिषेक दुबे,चन्द्र मौली,के के साहू,पंकज अग्रवाल,गीता चौधरी,पप्पू आहूजा,विजय चौधरी,ऐ भारत,एन के मधुकर, डी के दिवेदी, योगिता तिवारी, शिशिर पागे, अनिल गढ़ेवाल, राम नारायण, बाबू शास्त्री, त्रिवेणी भोई, बंटी नारंग सहित काफ़ी संख्या में उपास्थित होकर व वर्चुवल भाग लेकर मनीष दत्त का स्मरण किया।