कोरबा। कोरबा जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य जोरों पर चल रहा है, वहीं दूसरी ओर जंगलों में हाथियों की आवाजाही ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। वन विभाग ने ग्रामीणों से जंगल न जाने की अपील करते हुए उन्हें सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।

गुरमा जंगल में 39 हाथियों का दल
कुदमुरा रेंज के गुरमा परिसर स्थित जंगल के कक्ष क्रमांक 1104 में बीती रात 39 हाथियों का एक बड़ा दल पहुंचा। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम सुबह तड़के मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से जंगल न जाने की सलाह दी गई।
हाथियों का यह दल लेमरू रेंज से कुदमुरा सीमा में प्रवेश कर गुरमा के जंगल में रुका है। हालांकि हाथियों द्वारा किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, परंतु रास्ते में दो किसानों की धान की फसल रौंदी गई है।

केंदई-पसान में भी बनी है खतरे की स्थिति
कटघोरा वनमंडल के केंदई और पसान रेंज में भी हाथियों की लगातार मौजूदगी बनी हुई है। पसान के बीजाडांड और सेमरहा इलाके में दो लोनर (अकेले) हाथी देखे गए हैं, जिनमें से एक को आक्रामक माना जा रहा है।
इसी तरह केंदई रेंज के कोरबी और कापानवापारा इलाकों में दो झुंड सक्रिय हैं। विभाग ने इन क्षेत्रों के ग्रामीणों से विशेष सतर्कता बरतने और तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल न जाने की अपील की है।

वन विभाग का अलर्ट अभियान जारी
वन अधिकारियों के अनुसार, हाथियों की निगरानी की जा रही है और उनकी लोकेशन पर सतत नजर रखी जा रही है। विभाग ग्रामीणों को समय-समय पर सतर्क कर रहा है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

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