कोरबा, 2 अगस्त। कोरबा जिले के कुदमुरा वन रेंज के बैगामार जंगल में गुरुवार रात एक वयस्क हाथी की करंट लगने से मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार सुबह तब सामने आई, जब ग्रामीण खेत की ओर काम करने पहुंचे और उन्हें वहां एक हाथी मृत अवस्था में मिला। हाथी की मौत की सूचना फैलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची।
फसल बचाने के लिए लगाया था तार
प्राथमिक जांच में पता चला कि खेत की रखवाली के लिए एक किसान ने अवैध रूप से बिजली का नंगा तार खेत की मेड़ पर बिछाया था, जिसमें लगातार करंट प्रवाहित हो रहा था। जंगल से भटककर खेत की ओर आया हाथी इसी तार की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
सुबह ग्रामीणों ने हाथी को गिरा देखा तो पास जाकर जांच की। शव के पास करंट वाला तार पड़ा था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि हाथी की मौत करंट लगने से हुई है। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी।
मौके पर कोरबा डीएफओ निशांत कुमार झा, वन अमला और डॉक्टरों की टीम पहुंची। घटनास्थल की घेराबंदी कर हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया गया और उसके बाद जंगल में ही विधिवत अंतिम संस्कार किया गया।
किसान ने कबूला जुर्म
जांच में सामने आया कि जिस खेत में हादसा हुआ, वह एक स्थानीय किसान का है, जिसने पूछताछ में करंट वाला तार बिछाने की बात स्वीकार की है। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि उसने फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए यह तार लगाया था।
वन विभाग ने इस मामले में तीन ग्रामीणों कृष्णा राम राठिया, बाबूराम राठिया और टीकाराम राठिया को हिरासत में लिया है। साथ ही जिस बिजली लाइन से तार को जोड़ा गया था, उसमें 11 केवी का करंट प्रवाहित था। विभाग ने बिजली विभाग के एक लाइनमैन को भी गिरफ्तार किया है, जिसने इस अवैध कार्य में सहयोग किया था।
कुछ माह पहले भी हुई थी हाथी की मौत
गौरतलब है कि कुदमुरा रेंज में कुछ महीने पहले भी एक हाथी की करंट से मौत हो चुकी है। उस समय भी जांच में करंट बिछाए गए तार की बात सामने आई थी। इन घटनाओं से यह सवाल उठने लगे हैं कि वन विभाग और बिजली विभाग की निगरानी में गंभीर चूक हो रही है।
इस बार मृत हाथी एक दंतैल था, जो 22 हाथियों के झुंड से अलग होकर खेत की तरफ आया था। झुंड अभी भी क्षेत्र में ही घूम रहा है, जिससे और भी घटनाओं की आशंका बनी हुई है।
रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया भी मौके पर पहुंचे और हाथी को श्रद्धांजलि देते हुए विधिवत पूजा-अर्चना कर अंतिम संस्कार में शामिल हुए।