बिलासपुर। कटघोरा-मुंगेली-डोंगरगढ़ नई रेल लाइन परियोजना के निर्माण में लेटलतीफी का मुद्दा फिर से लोकसभा में गूँजा। सांसद अरुण साव द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि इस नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम अब अंतिम चरण में है।
लोकसभा में अतारांकित प्रश्न संख्या 3766 के माध्यम से सांसद साव द्वारा कटघोरा-मुंगेली-डोंगरगढ़ नई रेलवे लाइन के निर्माण में हो रही देरी के सवाल किया था। इस पर रेल मंत्री गोयल ने बताया कि 5950.47 करोड़ रुपए लागत की 294.53 कि.मी. लंबी इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का काम अंतिम चरण में है।
रेलवे अधिनियम के अनुसार अधिसूचनाएं जारी किए जाने के बाद आपत्तियों की सुनवाई भी की जा चुकी है। प्रारंभिक और विस्तृत डिजाइन का कार्य प्रगति पर है। गलियारे के लिए भू-तकनीकी की जांच चल रही है। साथ ही प्रगति के साथ ऋण समूहन किया जा रहा है।
मालूम हो कि रेल नेटवर्क से अछूते मुंगेली व कबीरधाम जिले की बहुप्रतीक्षित मांग को पूर्ण करने तात्कालीन भाजपा सरकार के कार्यकाल में सीकेडीआरएल नामक विशेष प्रयोजन योजना बनाई गई थी। रेलवे व राज्य सरकार का यह संयुक्त कार्पोरेशन कटघोरा से मुंगेली के रस्ते डोंगरगढ़ तक नई रेलवे लाइन बिछाने की इस योजना पर काम कर रहा है।