नई दिल्ली। बीते दो दिनों में उत्तरी भारत के हिमालयी इलाकों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। अगस्त महीने में अब तक इन क्षेत्रों में 100 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, लेकिन पिछले 48 घंटों (26-27 अगस्त 2025) में 30 से ज्यादा जानें गईं, मुख्यतः वैष्णो देवी के पास लैंडस्लाइड और जम्मू में बाढ़ से। यहां बचाव टीमें लगातार काम कर रही हैं, लेकिन बारिश की वजह से चुनौतियां बढ़ रही हैं। मौके पर लोगों की आंखों में डर और उम्मीद दोनों दिख रही हैं।
वैष्णो देवी लैंडस्लाइड: बारिश से रेस्क्यू मुश्किल हो रहा
वैष्णो देवी श्राइन के पास रियासी जिले में अधकुवारी के नजदीक 26 अगस्त दोपहर करीब 3 बजे भारी बारिश से ट्रिगर हुआ लैंडस्लाइड अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी बन चुका है। भारी बारिश से तवी नदी उफान पर है। चौथे तवी ब्रिज से बिक्रम चौक को जोड़ने वाली सड़क बह गई। जम्मू-सांबा के निचले इलाकों से सैकड़ों लोग सुरक्षित निकाले गए। मौतों की संख्या 34 तक पहुंच गई है, ज्यादातर तीर्थयात्री हैं। 23 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से 13 का इलाज श्री माता वैष्णो देवी नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, कटरा में चल रहा है। यहां पता चल रहा है कि कई परिवार बिछड़ गए हैं, और लोग अपनों की तलाश में रो रहे हैं। एक घायल पिलग्रिम ने बताया, “हम यात्रा कर रहे थे, अचानक पहाड़ टूट पड़ा। सब कुछ सेकंडों में खत्म हो गया।” अधिकारियों का कहना है कि कुछ और लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं, लेकिन लगातार बारिश से रेस्क्यू मुश्किल हो रहा है।
इधर NDRF, CRPF, SDRF, सेना और लोकल वॉलंटियर्स की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। सेना ने हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं, और अब तक दर्जनों लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है। भारी मशीनरी से मलबा हटाया जा रहा है, लेकिन कीचड़ और पत्थरों से रोड ब्लॉक हैं। श्राइन बोर्ड ने यात्रा पूरी तरह स्थगित कर दी है, और पिलग्रिम्स को वापस लौटने की सलाह दी गई है। हेल्पलाइन नंबर (9906019460, 9906019446) जारी किए गए हैं, जहां लोग अपनों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
केंद्र और राज्य की मदद: PM नरेंद्र मोदी ने दुख जताया और प्रभावितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CM उमर अब्दुल्ला और LG मनोज सिन्हा से बात की, और NDRF की अतिरिक्त टीमें भेजी गईं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 6 लाख रुपये एक्स-ग्रेशिया का ऐलान किया (श्राइन बोर्ड से 5 लाख, SDRF से 4 लाख)। LG सिन्हा ने खुद हॉस्पिटल विजिट किया और डॉक्टरों को निर्देश दिए। UP CM योगी आदित्यनाथ ने भी UP के प्रभावित परिवारों को 4 लाख की मदद का ऐलान किया।
पीड़ितों की स्थिति और कैंप: हजारों पिलग्रिम्स फंसे हैं, कई गांवों में बाढ़ से घर डूब गए। सेना ने मेडिकल कैंप लगाए हैं, जहां दवाएं और फर्स्ट एड दी जा रही है। टेंट और राहत कैंप कटरा और जम्मू में सेटअप किए गए हैं, जहां खाना, पानी और कंबल बांटे जा रहे हैं। लेकिन कम्युनिकेशन डाउन है – टेलीकॉम सर्विसेज प्रभावित, DoT ने ICR एक्टिवेट किया।
परिवहन: ट्रेन और बस सर्विसेज बुरी तरह प्रभावित। नॉर्दर्न रेलवे ने 22 ट्रेनें कैंसल कीं, 27 शॉर्ट-टर्मिनेटेड। कटरा, जम्मू और उधमपुर से ट्रेनें सबसे ज्यादा हिट। बसें भी बंद, NH-44 और जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हैं। एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स डिले हो रही हैं। बदहवास कई तीर्थयात्री पैदल ही निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
किश्तवाड़ की आपदा: पुरानी जख्मों पर नया घाव
किश्तवाड़ में 14 अगस्त को क्लाउडबर्स्ट से हुई फ्लैश फ्लड अभी ताजा है, जहां 60 से ज्यादा मौतें हुईं, 100+ घायल और 200+ लापता। मुख्यतः मचैल माता यात्रा के पिलग्रिम्स प्रभावित। अभी भी पूरा गांव मलबे में दबा है, दुकानें, कैंप और पुल बह गए। बचाव अभी भी जारी, सेना और NDRF ने 100+ को बचाया, लेकिन रोड्स डैमेज से हेलिकॉप्टर यूज हो रहे हैं। CM उमर अब्दुल्ला ने साइट विजिट की और राहत का ऐलान किया। यहां भी कैंप लगे हैं, लेकिन कम्युनिकेशन ब्रेकडाउन से फैमिलीज परेशान हैं। जम्मू डिवीजन में कुल 36 मौतें, और IMD ने और बारिश की चेतावनी दी है।
देशभर में कई अन्य घटनाएं, भारी बारिश की चेतावनी
जम्मू में रिकॉर्ड 368 मिमी बारिश से झेलम, तवी और चेनाब नदियां उफान पर। 11 मौतें, हजारों बेघर। सांबा, कठुआ, डोडा में घर ढहे, सड़कें बंद। हिमाचल में मनाली, कुल्लू में फ्लैश फ्लड और क्लाउडबर्स्ट – 12 फ्लैश फ्लड, 2 लैंडस्लाइड, 750+ सड़कें अवरुद्ध। उत्तराखंड में हिमालयी क्षेत्रों में बाढ़। राजस्थान के 8 जिलों में स्कूल बंद, बाढ़ जैसी स्थिति। पंजाब में ब्यास, सतलुज नदियां खतरे के निशान से ऊपर, 7 जिले डूबे। अरुणाचल, हरियाणा में भी प्रभाव। IMD की चेतावनी है कि देश के कई इलाकों में 28 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है।