48 घंटे के लिए भूखे रहकर ट्रेन चला रहे लोको पायलट
देशव्यापी आंदोलन पर उतरे रेलवे रनिंग स्टाफ में आज सुबह उस वक्त रोष फैल गया जब उन्हें अपने एक आंदोलनरत साथी की ड्यूटी के दौरान ही मौत हो जाने की सूचना मिली। हड़तालियों ने रेल प्रबंधन के प्रति गुस्सा जाहिर किया और दिवंगत लोको पायलट को धरना स्थल पर ही श्रद्धांजलि दी।मालूम हो कि आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन की ओर से वेतन विसंगतियों से जुड़ी मांगों को लेकर 48 घंटे की भूख हड़ताल की जा रही है। ड्यूटी पर गए एसोसिएशन के सदस्यों ने भी भूखे पेट ही ट्रेन चलाने का फैसला लिया है।
ऐसे में बालाघाट निवासी लोको पायलट के एन राजू के मौत हो जाने की खबर आज आंदोलनकारियों के बीच पहुंची। यूनियन नेता एचएस देशमुख ने इस मौत के लिए रेल प्रशासन के अड़ियल रवैये को जिम्मेदार माना और आगे अधिक तेज आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
लोको पायलट राजू एर्नाकुलम के लिए ट्रेन लेकर गए थे। उनकी आज सुबह अमृता एक्सप्रेस में ड्यूटी थी, जिसके चलते दक्षिण रेलवे के पालक्कड़ जंक्शन के रनिंग रूम में वे ठहरे हुए थे। सुबह जब उन्हें ड्यूटी पर बुलाया गया तो पता चला कि उनकी मौत हो गई है। राजू की पत्नी के अलावा एक बेटी भी है।