बिलासपुर। रतनपुर स्थित प्राचीन बूढ़ा महादेव के शिवालय में अभिषेक करने वाले कावड़ियों का जत्था हर साल मिल जाता है। ये सात दिनों में 250 किमी की पदयात्रा करते हैं।
किसी-किसी जत्थे में महिला कावड़िया भी ये यात्रा करती दिख जाती हैं। ये रतनपुर के आसपास गांव के होते हैं। अमरकण्टक के इस सफर में वे अचानकमार टाइगर रिजर्व को पार करते हैं। पूरी यात्रा पैदल होती है, पर एक वाहन में भोजन और कपड़े साथ लेकर चलते हैं। विश्राम के क्षणों में ये कावड़ को भूमि पर नहीं रखते,टांग देते हैं। राह में गांव वाले इनका स्वागत कर कभी-कभी भोजन भी कराते हैं।

(साभारः प्राण चड्ढा, वरिष्ठ पत्रकार) 

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