कांग्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घायल होने और मंत्री के निवास पर कचरा फेंकने के मामले में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी बीएस उइके ने आम लोगों से 6 अक्टूबर तक दस्तावेज मांगे हैं।
जिला दंडाधिकारी, कलेक्टर पी. दयानंद ने इस मामले की दंडाधिकारी जांच कराने की घोषणा 19 सितंबर को की थी।
एडीएम कार्यालय से जारी सूचना के अनुसार मंत्री अमर अग्रवाल के निवास पर मंत्री के आवास पर कचरा फेंका गया, जिसके फलस्वरूप पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इससे शहर जिला कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। जांच के बिन्दु भी स्पष्ट किए गए हैः कांग्रेस कमेटी ने क्या धरना-प्रदर्शन की विधिवत अनुमति ली थी, क्या घटना स्थल पर पर्याप्त पुलिस व्यवस्था थी। भीड़ ने किन परिस्थितियों में अनियंत्रित होकर घटना को अंजाम दिया, किन परिस्थितियों में घटना स्थल पर बल प्रयोग करना जरूरी था, क्या दंड प्रक्रिया संहिता के प्रावधानों का पालन बल प्रयोग करते समय किया गया? जांच के दौरान पाए जाने वाले अन्य बिन्दु शामिल किए जाएंगे।
इस बारे में कोई व्यक्ति, संस्था या पक्षकार दावा, आपत्ति, दस्तावेज प्रस्तुत करना चाहे तो वे 6 अक्टूबर तक, अवकाश के दिनों को छोड़कर न्यायालय में प्रस्तुत कर सकते हैं।