महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर और मुख्य योजनाकार सौरभ चंद्राकर को हाल ही में दुबई में गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के बाद यह कार्रवाई की गई। चंद्राकर पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप हैं, जिसके आधार पर उनकी औपचारिक गिरफ्तारी की गई। अब भारत सरकार उन्हें जल्द से जल्द भारत लाने की तैयारी कर रही है।

भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया

सूत्रों के अनुसार, चंद्राकर को अगले कुछ दिनों में भारत प्रत्यर्पित किए जाने की संभावना है। प्रवर्तन निदेशालय ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार को औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध भेज दी है। ईडी को गुरुवार, 10 अक्टूबर को चंद्राकर की गिरफ्तारी की जानकारी मिली थी। चंद्राकर और उनके सहयोगी रवि उप्पल के खिलाफ पहले ही इंटरपोल रेड नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद यह गिरफ्तारी संभव हो पाई है।

छत्तीसगढ़ के बड़े नामों की संलिप्तता

महादेव ऑनलाइन बुक (एमओबी) गेमिंग और बेटिंग ऐप की जांच में छत्तीसगढ़ के कई वरिष्ठ राजनेता और अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है। चंद्राकर और उप्पल, जो इसी क्षेत्र से आते हैं, ने इस ऐप के जरिए करोड़ों की अवैध सट्टेबाजी करवाई। ईडी की जांच में कई सबूत और दस्तावेज सामने आए हैं, जो इस घोटाले में शामिल कई बड़े नामों की ओर इशारा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस घोटाले से जुड़े और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा

महादेव सट्टेबाजी ऐप एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है, जिसमें भारत के अलावा अन्य देशों में भी अवैध गतिविधियों का संचालन हो रहा है। इस ऐप के जरिए बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी की गई, जिससे कई देशों के आर्थिक ढांचे पर भी असर पड़ा है। चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद यह मामला और गहराने की उम्मीद है, क्योंकि अब इस पर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी नजर बनाए हुए हैं।

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