सोशल मीडिया पर ऑडियो आया तो डेढ़ माह बाद पुलिस ने की कार्रवाई
बिलासपुर। कोतवाली इलाके में जमीन पर जबरन कब्जा करने के लिए एक महिला और उसके नाबालिग बेटे का अपहरण करने और मारपीट करने का मामला सामने आया है। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी, पर जब घटना का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके दफ्तर से महंगी शराब की बोतलें भी जब्त की गई हैं।
तोरवा थाना क्षेत्र के पेंडलवार नर्सिंग होम के पास पीड़ित पीयूष गंगवानी (17 वर्ष) की 4000 वर्गफीट एक जमीन है। इसे दयालबंद का आरोपी नरेंद्र मोटवानी अपने नाम पर करने के लिए लगातार दबाव बना रहा था। बीते 20 सितंबर की शाम पीयूष अपनी मां के साथ स्कूटर पर बाजार के लिए निकला था। कोतवाली थाना क्षेत्र के मल्टीपरपस स्कूल के पास नरेंद्र मोटवानी और उसके साथी ऋषभ पनिकर ने दोनों को रोक लिया। उन्होंने जबरदस्ती पीयूष और उसकी मां को अपनी कार में बिठा लिया। दोनों को आरोपी ऋषभ पनिकर के दफ्तर में ले जाकर बंद किया गया। वहां पीयूष के साथ लात-घूंसों व बेल्ट से मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई। करीब एक घंटे तक वे जबरन एक कागज पर हस्ताक्षर कराने की कोशिश करते रहे। जब पीयूष और उसकी मां ने उनकी बात नहीं मानी तो दोनों को जल्दी ही जमीन चढ़ा देने की धमकी देते हुए एक घंटे बाद छोड़ दिया। घटना की शिकायत पीयूष और उसकी मां ने कोतवाली और तोरवा थाने में की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बीते एक नवंबर को एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें आरोपी नरेंद्र मोटवानी और ऋषभ गंगवानी पीयूष से गाली गलौच कर रहे हैं और रेप के मामले में फंसा देने की धमकी दे रहे हैं। ऑडियो सामने आने पर पुलिस सक्रिय हुई और 1 नवंबर को एफआईआर दर्ज की गई। इसके बाद 3 नवंबर को दोनों आरोपियों को उनके दफ्तर से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ अपहरण कर जान से मारने की धमकी देने तथा मारपीट का अपराध दर्ज किया गया है। उनके दफ्तर से 10 लीटर से अधिक मात्रा में महंगी अंग्रेजी शराब भी जब्त की गई है, जिस पर आबकारी एक्ट के तहत अलग से कार्रवाई की गई है।