कार्यकर्ता सम्मेलन में नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल के लाठी चार्ज के मामले में दिए गए कथित बयान को लेकर फिर विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रक्ता शैलेष पांडेय ने आज कहा कि उनके बयान से यह पुष्टि हो गई है कि मंत्री के कहने पर ही पुलिस ने 18 सितंबर को कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं पर लाठी चलाई।

पांडेय के अनुसार मीडिया में ख़बरे आई हैं कि मंत्री ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि उनके पास फोन आए थे कि कांग्रेस के लोगों की और पिटाई होनी चाहिए। पांडेय ने कहा कि मंत्री ने पहले कहा कि कानून ने अपना काम किया है लेकिन आज उन्होंने खुद साबित कर दिया कि कानून ने मंत्री का काम किया है। अब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह नैतिकता के नाते मंत्री अमर अग्रवाल को बर्खास्त करें जिनके कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जान से मारनने की कोशिश की गई।

पांडेय ने कहा कि मंत्री का अहंकार चरम पर है। बर्बरतापूर्वक लाठी से पिटवाने के बाद भी उनका मन नहीं भरा है। जनता की आड़ लेकर अब कह रहे हैं कि कांग्रेसियों को और पीटा जाना चाहिए। मंत्री को बताना चाहिए कि वे कौन लोग हैं जिन्होंने कांग्रेसियों को और पीटने की सलाह दी। बिलासपुर की संस्कृति ऐसी नहीं है कि लोगों को पिटवाने का काम करे। पांडेय ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस बार चुनाव में लठैतों के जरिये चुन-चुनकर कांग्रेसियों को पीटा जाएगा और शहर में लोगों को हिंसा भी  देखने को मिलेगी। शहर वालों को सावधान हो जाना चाहिए।

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