बिलासपुर। मिथिलांगन कल्याण समिति द्वारा समस्त मैथिल परिवार एकजुट होकर मैथिली भाषा के प्रति समर्पित होकर मैथिली भाषा सम्मान दिवस मनाया गया। इसमें पुरूषों, महिलाओं व बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ।
उक्त कार्यक्रम दयालबंद स्थित झा मैथ्स क्लासेस कोचिंग सेंटर में आठ जनवरी को आयोजित किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित वरिष्ठ सदस्य कृष्ण कुमार ठाकुर ने माँ जानकी एवं मैथिल महाकवि कोकिलश्री विद्यापति के फोटो प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीपक प्रज्वलित कर किया। इसके बाद महिलाओं ने भगवती गीत – जय जय भैरवि असुर भयावनि गाकर कार्यक्रम की शुरूआत की। वक्ताओं ने मैथिली भाषा के प्रति प्रेम व सम्मान जताया और अपने परिवार मे बच्चों के बीच मातृभाषा मैथिली मे संवाद करने का संकल्प दोहराया ताकि मैथिली बोली और भाषा अगली पीढ़ी में भी बरकरार रहे।
कार्यक्रम के दौरान कृष्ण कुमार ठाकुर ने मैथिली भाषा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मैथिली के विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य का होना बहुत जरूरी है और इसकी पुरजोर मांग हर एक मिथिलावासी को केन्द्र सरकार से करना चाहिये । सदस्य ललित मोहन मिश्रा ने अपने मैथिली संबाद से सबका मन मोह लिया। इसके अलावा आनंद चौधरी, रमेश कुमार झा, नबोनारायण झा, मनोज कुमार ठाकुर व अपूर्व झा ने भी मैथिली भाषा के प्रति सम्मान जताया और अपने संबोधन मैथिली भाषा में दिया।
आगे की कड़ी में नैना ठाकुर, नविता ठाकुर, अर्चना चौधरी, कीर्ति झा व रानी झा ने भी मैथिली भाषा में संबोधन किया।
कार्यक्रम के अंत में ब्रज किशोर झा ने उपस्थित सभी सदस्यों से अपने घर मे बच्चों के बीच मातृभाषा मैथिली को बढ़ावा देने के लिये मैथिली भाषा में वार्तालाप करने की अपील की और धन्यवाद ज्ञापित किया।