रायपुर। भाजपा के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने झीरम घाटी हमले की दसवीं बरसी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार से कई तीखे सवाल करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है।

उन्होंने कहा है कि साढ़े चार साल में मुख्यमंत्री कहते रहे कि सबूत हमारी जेब में है, हम जांच आयोग के सामने रखेंगे। जब जेब में सबूत हैं तो वह दे क्यों नहीं रहे हैं?
वे कहते हैं कि नक्सलियों ने नाम पूछकर एक-एक को मारा, तो वह नाम बताने वाले कौन हैं?
कांग्रेस पार्टी के दो टुकड़े (इस घटना के बाद) क्यों हो गए ?
कांग्रेस के संवैधानिक प्रमुख के पद पर बैठे नेता ने हॉस्पिटल में किसको झापड़ मारी थी
वह कौन है जो झीरम घाटी कांड का मुख्य गवाह है लेकिन आज तक उसका नार्को टेस्ट नहीं कराया गया है?
वह कौन है जो हमले के बाद मोटरसाइकिल से भागा था?
अग्रवाल ने कहा कि सुनने में तो यह भी आया है कि दिवंगत नेताओं का स्मारक भी जर्जर हो चुका है। उसमें भी भ्रष्टाचार हो गया, लगता है। मुख्यमंत्री को झीरम हमले पर राजनीति करने का कोई अधिकार नहीं। जो साढ़े चार साल तक सत्ता में रहते हुए अपने दिवंगत बड़े नेताओं के अपराधियों का नाम सामने नहीं ला पाये। जो अपने नेताओं की मौत का बदला न ले पाए।

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