विधायक धर्मजीत सिंह की सीएम से मांग, ऐतिहासिक इमारतों को आजादी के 75वें वर्ष में संरक्षित करने का निर्देश दें

बिलासपुर। विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर इस बात पर चिंता जताई है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के नाम पर बिलासपुर शहर के ऐतिहासिक वह सांस्कृतिक महत्व की इमारतों को तोड़ने का निर्णय लिया गया है।
लोरमी के विधायक धर्मजीत सिंह का निवास बिलासपुर शहर में है।उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में कहा है कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि बिलासपुर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत स्वतंत्रता पूर्व निर्मित शासकीय भवन तहसील कार्यालय और सिटी कोतवाली को तोड़कर नए भवन बनाने का निर्णय लिया गया है। उक्त निर्णय सांस्कृतिक धरोहर और हेरिटेज को संरक्षित करने की सरकार की अवधारणा के विपरीत है। यह और भी आश्चर्यजनक है कि तहसील और कोतवाली दोनों ही भवनों के प्रांगण में इतनी पर्याप्त भूमि मौजूद है कि बिना ऐतिहासिक भवन को क्षति पहुंचाए आवश्यक होने पर नए भवनों का निर्माण किया जा सकता है।
विधायक ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि
पूरे राज्य में ऐसी कई ऐतिहासिक इमारतें हैं जिनका निर्माण स्वतंत्रता पूर्व किया गया है। आज आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में मुख्यमंत्री सभी कलेक्टरों को निर्देश दें कि वे इन्हें संरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने याद दिलाया है कि कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट पर अपना विरोध इसी भावना के तहत दर्ज कराया था कि ऐतिहासिक महत्व की इमारतों को संरक्षित किया जाए।

 

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