बिलासपुर। अरपा नदी के दोनों तरफ नाले, सड़क और बैराज के निर्माण के लिये की जा रही बेदखली की कार्रवाई में हस्तक्षेप करते हुए विधायक शैलेष पांडे ने कलेक्टर को पीड़ितों की समस्याओं से अवगत कराया है और यह ध्यान रखने के लिए कहा है कि कोरोना संकट के दौरान उन्हें कोई क्षति न हो, उन्हें शिफ्टिंग के लिए पर्याप्त समय दिया जाये तथा जिनके आवास स्वीकृत हो चुके हैं उनको शीघ्र आबंटन किया जाये।
पांडे ने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि अरपा विकास योजना में तिलक नगर, वाल्मिकी मोहल्ले, बंधुवापारा, नाग-नागिन तालाब और शासकीय मकानों में कब्जा करके रह रहे बहतराई के लोगों ने उनसे अपनी समस्या बताई है। सरकार इन सभी के लिए मकान दिलाने के लिये कार्य कर रही है। तिलकनगर और वाल्मिकी मोहल्ले के लोगों ने वहीं पर मकान देने की मांग की है और शिफ्टिंग के लिए समय मांगा है। बंधुवापारा और बहतराई के लोगों ने बताया है कि अचानक उनका कब्जा छीन लेने से सिर से छत नहीं है और अब समस्या है कि सड़क पर आये परिवार को लेकर कहां जायें। कोरोना संकट के समय इनको हटाना क्या उचित था? प्रशासन द्वारा बेदखल परिवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ली जाये। विधायक ने कलेक्टर से कहा है कि इनकी समस्याओं का हर संभव तरीके से निराकरण किया जाये।
उल्लेखनीय है कि अरपा नदी में बारहों माह पानी और सौंदर्यीकरण शहर विकास के लिए कांग्रेस द्वारा किये गये प्रमुख वायदों में से एक है। बीते दिनों प्रमुख सचिव आर पी मंडल ने बिलासपुर प्रवास के दौरान अरपा नदी का निरीक्षण किया था और अधिकारियों को इस कार्य को प्राथमिकता से शुरू करने का निर्देश दिया था। इसके बाद से पिछले चार-पांच दिन से नगर निगम प्रशासन सक्रिय हो गया है। इसके तहत बहतराई में अटल आवास पर अवैध कब्जा कर रहे लोगों की बेदखली की कार्रवाई शुरू की गई तो कल पुलिस पर हमला भी हो गया था। इसके पहले इन लोगों ने कलेक्टोरेट के सामने चक्का जाम भी कर दिया था। शहर के दोनों छोर पर अरपा नदी के विभिन्न मोहल्लों में लोगों ने अवैध कब्जा कर कच्चे-पक्के मकान बना लिये हैं जिनकी संख्या 500 से अधिक है। इन्हें बेदखली के लिए नोटिस दी गई है और सोमवार से नगर निगम द्वारा कार्रवाई शुरू की जायेगी। इनमें से अनेक लोगों का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिली है। इनका यह भी कहना है कि कुछ दिनों बाद बारिश शुरू होने वाला है ऐसी स्थिति में कोई भी निर्माण कार्य कैसे शुरू किया जायेगा। वे कोरोना संकट का हवाला भी दे रहे हैं। प्रभावित हो रहे लोगों ने विधायक शैलेष पांडेय से मिलकर अपनी समस्या बताई और कार्रवाई रोकने की मांग की है।