बिलासपुर। राज्य सरकार की नरवा-गुरुवा घुरुवा बारी योजना के परिप्रेक्ष्य में तखतपुर विकासखण्ड के ग्राम नेवरा में 6 एकड़ में मॉडल गोठान तैयार किया गया है। यहां 1200 मवेशियों को दिनभर रखने की सुविधा मिल सकेगी।
कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने आज इस गोठान का निरीक्षण किया और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने हरेली के अवसर पर गोठान क्षेत्र में वृहद पौधरोपण कर त्यौहार मनाने कहा है। चरवाहों को इस दिन अपने पशुओं को गोठान में लाने के लिए प्रेरित करने कहा है।
यह गोठान पशुओं के लिये डे-केयर सेंटर में रूप में काम कर रहा है। जहां उनके लिये चारा, पानी, छायादार जगह की व्यवस्था है। गोठान में तीन एकड़ में नेपियर घास लगाई गई है। जो गोठान में आने वाले पशुओं के लिये चारे के काम आता है। कलेक्टर ने इसका अवलोकन किया और नेपियर घास के साथ-साथ अजोला चारा का उत्पादन भी करने का निर्देश दिया। पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक पांडे ने जानकारी दी कि गोठान के चारों ओर चेन लिंक फेंसिंग की गई है। कलेक्टर ने गोठान क्षेत्र में चारों ओर मेंहदी और सु-बबूल का प्लांटेंशन करने का निर्देश दिया, जिससे गोठान हरा-भरा रहेगा और पशुओं को भी छांव और ठंडक मिलेगी। मेंहदी के पौधे स्व-सहायता समूह के माध्यम से लगाने का निर्देश दिया, जिससे कुटीर उद्योग के रूप में उनकी आय होगी। कलेक्टर ने गोठान में पशुओं के आने-जाने के समय के बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर ने गोठान के बाजू में स्थित तालाब के चारों ओर भी वृक्षारोपण करने का निर्देश दिया। उन्होंने पशुओं को खिलाये जा रहे चारे का पैरा-यूरिया उपचार करने का निर्देश दिया, जिससे चारे की पोषकता बढ़ेगी।
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितेश कुमार अग्रवाल, जनपद पंचायत तखतपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु गुप्ता सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।