बिलासपुर। राज्यसभा में सांसद विवेक के तन्खा ने एसएमए टाइप वन (स्पाइनल मस्कुलर एट्राफी) मस्क्युलर रोग से पीड़ित बच्चों के मुद्दे पर आवाज उठाई।

उन्होंने कहा कि इस रोग से पीड़ित बच्चों को बचाने का इंजेक्शन पूरे विश्व मे सिर्फ अमेरिका में ही बनता है ,जिसकी कीमत 16 करोड़ है। टैक्स मिला दिया जाए तो 23 करोड़ की एक इंजेक्शन होती है। अभी महाराष्ट्र की एक बच्ची के माता-पिता के आह्वान पर प्रधानमंत्री ने 7 करोड़ का टैक्स माफ किया, पर ये समस्या का पूरी तरह से हल नही है। अभी एक बच्ची बिलासपुर में एक भिलाई में पीड़ित है। भिलाई की बच्ची के परिवार ने उनसे जबलपुर में आकर मुलाकात की। इसी तरह देश में 2500 बच्चे प्रति वर्ष पीड़ित हो रहे हैं। किसी भी परिवार के लिए 23 करोड़ का एक इंजेक्शन लगा पाना संभव नहीं। तन्खा ने राज्यसभा में सुझाव दिया कि सरकार अमेरिका से बात कर मूल्य कम कराये तथा इस पर टैक्स माफ करे। इसके अलावा राज्य और केंद्र सरकार अन्य मद से इस पर छूट दे ताकि बच्चों को बहुत ही कम कीमत पर या मुफ्त में ये इंजेक्शन लग सके।

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