तीन लाख की लूट में से केवल 10 हजार रुपये व जेवर हुए बरामद, देशी कट्टा और बाइक भी जब्त
मुंगेली। लोरमी क्षेत्र में हुई लाखों की लूट के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में राजकुमार कश्यप और तौहीद खान शामिल हैं, जो पहले भी कई गंभीर अपराधों में संलिप्त रह चुके हैं। पुलिस ने उनके पास से लूट की रकम, सोने-चांदी के आभूषण और घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा बरामद किया है।
घर में घुसकर वारदात
घटना 18 फरवरी की रात ग्राम मसना में हुई थी, जब प्रधान पाठक और उनकी पत्नी को चाकू और कट्टे की नोक पर बंधक बनाकर घर में रखे करीब 10 तोला सोना, 1 किलो चांदी और 3 लाख रुपये नकद लूट लिए गए थे। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद घर को बाहर से बंद कर फरार हो गए।
कई जिलों में कर चुके लूटपाट
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल और एडिशनल एसपी नवनीत छाबड़ा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पहले भी कई अपराधों में शामिल रह चुके हैं। राजकुमार कश्यप वर्ष 2013 में जनशताब्दी ट्रेन हाईजैक कांड और 2014 में यूनियन बैंक रॉबरी में शामिल था। इन अपराधियों ने कोरबा, राजनांदगांव सहित अन्य जिलों में भी लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया है।
कैसे पकड़े गए आरोपी?
पुलिस ने साइबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्य जुटाकर आरोपियों की तलाश शुरू की। मुखबिर की सूचना पर इंदबानी मोड़, थाना सोम्मनी के पास घेराबंदी कर तौहीद खान को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया और लूटे गए आभूषणों और नकदी का सुराग दिया।
अन्य फरार आरोपियों की तलाश
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 1 देशी कट्टा, सोने-चांदी के गहने, 10 हजार रुपये नकद और वारदात में इस्तेमाल की गई दो मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को 26 फरवरी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
इस कार्रवाई में लोरमी थाना प्रभारी अखिलेश कुमार वैष्णव, साइबर प्रभारी उपनिरीक्षक नंदलाल पैकरा समेत कई पुलिसकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अब फरार अपराधियों की तलाश में जुटी है और जल्द ही इस गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।