देवी मां के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व नवरात्रि आ गया है। इस पर्व को और भी खास बनाने के लिए Google ने एक नया फीचर पेश किया है। अब आप घर बैठे ही देवी मां की पूजा-अर्चना कर सकते हैं और उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Google ने क्या किया खास?

Google सर्च में ‘नवरात्रि’ या ‘देवी मां’ सर्च करने पर आपको एक खास रिजल्ट पेज मिलेगा। इस पेज पर आपको देवी मां के विभिन्न रूपों के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी। आप उनके महत्व को समझ सकते हैं और उनके मंत्रों का जाप कर सकते हैं।

कैसे करें इस फीचर का इस्तेमाल?

  • अपने मोबाइल या कंप्यूटर में Google सर्च ओपन करें।
  • सर्च बॉक्स में ‘नवरात्रि’ या ‘देवी मां’ टाइप करें और सर्च बटन दबाएं।
  • सर्च रिजल्ट में आपको एक स्पेशल रिजल्ट पेज दिखाई देगा।
  • इस पेज पर आप देवी मां के विभिन्न रूपों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

इस फीचर के क्या फायदे हैं?

  • घर बैठे पूजा: अब आपको मंदिर जाने की जरूरत नहीं है, आप घर बैठे ही देवी मां की पूजा कर सकते हैं।
  • विस्तृत जानकारी: देवी मां के विभिन्न रूपों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
  • मंत्रों का जाप: देवी मां के मंत्रों का जाप करके आप आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।

    नवरात्रि की महत्ता

    नवरात्रि का अर्थ है ‘नौ रातें’, जिसमें श्रद्धालु नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। यह पर्व विशेष रूप से आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से प्रारंभ होता है और नवमी तक चलता है। इन दिनों में उपवास, अनुष्ठान और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है। नवरात्रि का महत्व केवल पूजा-अर्चना तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक आत्मिक सफर भी है, जो हमें साधना और संयम का पाठ पढ़ाता है।

    देवी के नौ स्वरूप और उनकी पूजा विधि

    1. शैलपुत्री (प्रथम दिवस): यह देवी पर्वतों की पुत्री हैं। इस दिन श्रद्धालु रोटी, शहद और नारियल का भोग लगाते हैं।
    2. ब्रह्मचारिणी (द्वितीय दिवस): यह तप और साधना की देवी हैं। इस दिन फल और पानी का उपवास रखा जाता है।
    3. चंद्रघंटा (तृतीय दिवस): ये युद्ध और शक्ति की देवी हैं। इस दिन देवी को दूध और चावल का भोग अर्पित किया जाता है।
    4. कूष्मांडा (चतुर्थ दिवस): ये ऊर्जा और सुख की देवी हैं। इस दिन हलवे और मीठे का भोग चढ़ाया जाता है।
    5. स्कंदमाता (पंचम दिवस): ये पुत्रों की देवी हैं। इस दिन फल और मेवे का भोग अर्पित किया जाता है।
    6. कात्यायनी (षष्ठी दिवस): ये युद्ध और साहस की देवी हैं। इस दिन कच्चे चावल और दही का भोग लगाया जाता है।
    7. कालरात्रि (सप्तमी दिवस): ये काली शक्तियों की देवी हैं। इस दिन भोग में काले तिल और गुड़ का प्रयोग होता है।
    8. महागौरी (अष्टमी दिवस): ये शुद्धता और पवित्रता की देवी हैं। इस दिन मिठाई और चावल का भोग अर्पित किया जाता है।
    9. सिद्धिदात्री (नवमी दिवस): ये सिद्धियों और ज्ञान की देवी हैं। इस दिन अन्न-जल का भोग चढ़ाया जाता है।

    ऑनलाइन पूजा के लिंक

    आप ऑनलाइन पूजा करने के लिए निम्नलिखित लिंक का उपयोग कर सकते हैं:

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