केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के क्षेत्रीय कार्यालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों के परिदृश्य पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2047 में भारत की आज़ादी के शताब्दी वर्ष तक नशामुक्त देश का संकल्प अब हर देशवासी का संकल्प बनता जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नशामुक्त भारत का संकल्प एक समृद्ध, सुरक्षित और वैभवशाली भारत के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है।

अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स केवल भारत की ही नहीं बल्कि वैश्विक समस्या है। भारत में नारकोटिक्स के अवैध व्यापार का संबंध राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। ड्रग्स के अवैध व्यापार से अर्जित धन आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद को बढ़ावा देता है और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है। उन्होंने बताया कि ड्रग्स से न केवल देश की युवा पीढ़ी बर्बाद होती है बल्कि देश की सुरक्षा भी कमजोर होती है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें नारकोटिक्स के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ना होगा और मोदी के नशामुक्त भारत के संकल्प को पूरा करना होगा। अमित शाह ने कहा कि एनसीबी का रायपुर ज़ोनल कार्यालय न केवल राज्य बल्कि पूरे क्षेत्र में नारकोटिक्स पर नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार का लक्ष्य है कि हर राज्य में एनसीबी की उपस्थिति हो और राज्य सरकारों के सहयोग से नशे के कारोबार को समाप्त किया जाए।

अमित शाह ने ड्रग्स तस्करी के मामलों की जांच में वैज्ञानिक तरीकों के इस्तेमाल पर बल दिया। उन्होंने बताया कि Top to Bottom और Bottom to Top अप्रोच के साथ पूरे नेटवर्क को Ruthless तरीके से ध्वस्त करना होगा। अमित शाह ने बताया कि ड्रग्स के Detection, नेटवर्क के Destruction, दोषी के Detention और विक्टिम के Rehabilitation के चार सूत्रों पर चलकर ही इस लड़ाई में सफलता प्राप्त की जा सकती है।

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में NCB का प्रदर्शन बहुत बेहतर रहा है। 2004 से 2014 के बीच की तुलना में 2014 से 2024 के बीच केसों, गिरफ्तारियों और जब्त की गई ड्रग्स की मात्रा में कई गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नशामुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश के युवाओं और आम जनता के बीच मादक पदार्थों के खिलाफ जागरूकता फैलाकर इस लड़ाई को एक जन आंदोलन बनाना होगा।

अमित शाह ने NCORD मैकेनिज़्म के तहत सभी 4 स्तरों पर नियमित बैठकें आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और हाल ही में शुरू किए गए MANAS पोर्टल के उपयोग पर बल दिया।

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