बिलासपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार को 33वें दिन भी जारी रही। इस मौके पर कर्मचारियों ने पीएचई कार्यालय स्थित प्रार्थना सभा में सामूहिक रक्तदान कर एक अनूठा संदेश दिया। संगठन का कहना है कि जनता के स्वास्थ्य और हितों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है, चाहे वे हड़ताल पर ही क्यों न हों।


जेल भरो आंदोलन के बाद नई पहल

गुरुवार को NHM कर्मचारियों ने रायपुर में जेल भरो आंदोलन किया था। इसके अगले ही दिन सामूहिक रक्तदान का आयोजन कर जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराया गया। संगठन के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष श्याम मोहन दुबे ने दोहराया कि नियमितीकरण और ग्रेड पे की मांग पूरी हुए बिना हड़ताल समाप्त नहीं होगी।


शासन की चुप्पी से बढ़ा आक्रोश

18 अगस्त से शुरू हुई इस हड़ताल पर अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस निर्णय या बयान सामने नहीं आया है। इसी कारण कर्मचारियों में असंतोष और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बारिश और उमस के बावजूद हड़ताल स्थल पर भीड़ लगातार बनी हुई है।


स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित

हड़ताल के कारण जिला अस्पताल, सीआईएमएस, 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 44 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और मानसिक चिकित्सालय समेत अधिकांश स्वास्थ्य संस्थानों की सेवाएं ठप हो गई हैं। OPD, शल्य क्रिया, आपातकालीन सेवा और टीकाकरण जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम बाधित हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के आयुष्मान आरोग्य मंदिर (उप स्वास्थ्य केंद्र) भी बंद पड़े हैं, जिससे मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है।


संगठन की चेतावनी

प्रांताध्यक्ष श्याम मोहन दुबे ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही नियमितीकरण और ग्रेड पे संबंधी मांगें पूरी नहीं कीं, तो विरोध और तेज किया जाएगा।

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