बिलासपुर। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमित किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। इस बीच स्वस्थ होने वालों की संख्या 274 थी और नये संक्रमित 184 आये। मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद सिम्स चिकित्सालय और जिला अस्पताल में व्यवस्था में सुधार दिखाई दे रहा है। नये डीन की तलाश हो रही है जबकि सिविल सर्जन को हटा दिया गया है।
जिले में कोरोना संक्रमण सितम्बर माह में तेजी से फैला। हर दिन यहां से 200 से 300 नये केस सामने आये जबकि ठीक होने वाली संख्या 125 से 150 तक रही। हर दिन मरीजों की मौत के आंकड़े भी सामने आये, सर्वाधिक 10 मरीजों की एक ही दिन 16 सितम्बर को हुई थी। इसे देखते हुए बुधवार का दिन राहत भरा रहा जब मौत का एक भी नया मामला सामने नहीं आया और स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी नये संक्रमितों के मुकाबले कम रही। इस दौरान बिलासपुर से 119, मस्तूरी से 34 व बिल्हा से 23 मरीज मिले। जिले में अब तक 7147 मरीज संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें से 3965 केस एक्टिव हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कोरोना के इलाज में बरती जा रही कोताही, सिम्स और संभागीय कोविड अस्पताल में अव्यवस्था तथा निजी अस्पतालों में मनमानी फीस वसूली की शिकायत हुई थी। इसके बाद सिम्स के डीन को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक नये डीन की तलाश चल रही है। दूसरी ओर कोविड अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. मधुलिका सिंह का प्रभार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन को दिया गया है। वे जिले के कोविड-19 प्रभारी व शिशु मातृ चिकित्सालय के प्रभार में हैं।
बघेल के निर्देश के बाद सिम्स में मरीजों के लिये हेल्प डेस्क, कोरोना और अन्य मरीजों के लिये अलग-अलग कतार, उनके लिये बैठक व्यवस्था, बेरिकैडिंग और सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिये गोल घेरा बनाया गया है। नगर निगम ने सिम्स में सफाई अभियान भी शुरू किया है। इस दौरान 50 से अधिक कर्मचारी लगाये जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण होम आइसोलेशन, दवा पहुंचाने और मरीजों को अटैंड करने के काम में भी दिक्कत जा रही है। सिम्स में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दो सीनियर डॉक्टर और भेजे गये हैं।
निजी अस्पतालों में वसूली और गलत उपचार की शिकायतों को देखते हुए इसकी मॉनिटरिंग का काम सीएमएचओ को सौंपा गया है। बुधवार को उनकी टीम ने सरकंडा स्थित सुगम हॉस्पिटल में छापा मारा। परिजनों की शिकायत थी कि कोनी निवासी मीडिया कर्मी कोरोना संक्रमित नरेश पटेल (53 वर्ष) के इलाज में अस्पताल ने लापरवाही बरती जिसके चलते उनकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर में 23 सितम्बर से टोटल लॉकडाउन भी किया गया है। यह जिले के सभी नगरीय क्षेत्रों में 28 सितम्बर तक प्रभावी रहेगा। चौक-चौराहों पर पुलिस जवान तैनात है और बेवजह घूमने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। इस बार लॉकडाउन में सब्जी और किराना दुकानों को भी बंद रखने से लोगों को खासी दिक्कत हो रही है। हालांकि सीमित समय के लिये दवा दुकानें, डेयरी और पेट्रोल पम्पों को खोलने की छूट है। बिलासपुर से बाहर की यात्रा करने के लिेये ऑनलाइन ई पास बनाया जा रहा है।