ATR को प्लास्टिक फ्री जोन बनाने का संकल्प
बिलासपुर। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर मंगलवार को बिलासपुर के सकरी स्थित वन चेतना केंद्र में एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) और डब्ल्यू-डब्ल्यूएफ इंडिया की साझेदारी में हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप जलाकर की गई। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) और एटीआर के क्षेत्र संचालक एम.के. पांडेय मौजूद रहे। वहीं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के वरिष्ठ प्रतिनिधि और एटीआर के डिप्टी डायरेक्टर यू.आर. गणेश विशिष्ट अतिथि रहे।
इस दौरान बताया गया कि अचानकमार टाइगर रिजर्व में अब बाघों की संख्या बढ़कर लगभग 14 हो गई है। पार्क में बाघों के लिए रहवास और पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है, जिससे हर मौसम में उन्हें बेहतर वातावरण मिल रहा है। वर्तमान में एक नर टाइगर के साथ-साथ मादा बाघिन और उसके शावक भी पार्क में मौजूद हैं।
कार्यक्रम में ‘टाइगर स्टोरी‘ नामक एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया, जिसमें पार्क में रहने वाले सभी बाघों के नाम और विवरण दर्ज है। टाइगर संरक्षण और उनके रहवास को लेकर व्याख्यान भी दिया गया।
इस अवसर पर प्रीति चड्ढा स्मृति प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत पार्क में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया की ओर से मैकल शहद संग्राहक समिति बोईरहा और वन-धन हाट बाजार कंद बोईरहा के सदस्यों को भी सम्मान मिला।
कार्यक्रम में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर करण भल्ला, डायरेक्टर सांकेत भाले, और मार्केटिंग डायरेक्टर कावेरी जैन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर अचानकमार टाइगर रिजर्व को ‘प्लास्टिक फ्री जोन‘ बनाने की शपथ भी ली। मालूम हो कि देश के सभी 58 टाइगर रिजर्व को प्लास्टिक मुक्त करने की पहल की गई है।