बिलासपुर। गौरेला- पेन्ड्रा- मरवाही जिले में जिस अधिकारी को क्वारांटीन पर रहने का आदेश जारी किया गया था, उसने न केवल मंत्री के शासकीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया बल्कि उनका स्वागत भी किया। यहां तक कि इस अधिकारी की ड्यूटी भी कंटेनमेन्ट जोन की रखवाली में लगा दी गई है।

जीपीएम जिला मरवाही उप चुनाव के चलते इन दिनों राजनैतिक व प्रशासनिक हलचल का केन्द्र बना हुआ है। रोज ही यहां मंत्रियों, विभिन्न दलों के नेताओं और अधिकारियों का आना-जाना हो रहा है। इस दौरान एक सप्ताह के भीतर करीब डेढ़ दर्जन कोरोना पॉजिटिव केस यहां से निकल गये हैं। तीन में से दो थानों को कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद बंद किया जा चुका है। जनपद पंचायत पेन्ड्रा के दो कर्मचारियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद कार्यालय सील कर दिया गया था और सभी अधिकारी कर्मचारियों को होम क्वारांटीन पर रहने के लिये कहा गया था। इसके बावजूद सोमवार को जनपद पंचायत पेन्ड्रा की ओर से ही गोधन योजना के उद्घाटन का कार्यक्रम रखा गया, जिसमें जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल पहुंचे। मंत्री का स्वागत खुद सीईओ विनोद ओगरे ने किया, जिन्हें क्वारांटीन पर रहने का निर्देश था। इस अधिकारी की ड्यूटी कंटेनमेन्ट जोन की व्यवस्था में लगाई गई है।

जब इस सम्बन्ध में सीईओ डोगरे से पूछा गया कि वे क्वारांटीन पर होने के बावजूद ड्यूटी पर कैसे आ गये हैं तो उनका कहना था कि वे इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद क्वारांटीन पर जायेंगे। इधर मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि उन्हें पता नहीं था क्वारांटीन पर भेजे गये अधिकारी ने कार्यक्रम रखा था। उन्होंने कहा कि वे मामले की जांच करायेंगे।

इतना होने के बाद जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में भी इसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओगरे की ड्यूटी कंटेनमेन्ट जोन की व्यवस्था में लगा दी गई है। 21 जुलाई को जारी आदेश में उन्हें पेन्ड्रा के कंटेनमेन्ट जोन में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है।

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