ग्रामीणों के मुताबिक 11केवी हाईटेंशन तार बहुत नीचे होने के कारण हुआ हादसा   

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में घरघोड़ा रेंज के चुहकीमार जंगल में एक करंट हादसे में तीन हाथियों की मौत हो गई है, जिसमें एक शावक भी शामिल है। घटना मंगलवार रात को हुई जब 11 केवी बिजली लाइन के संपर्क में आने से यह हादसा हुआ। डीएफओ स्टाइलो मंडावी ने घटना की पुष्टि की और वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची।

वन्यजीवों की सुरक्षा पर हाईकोर्ट का रुख
गौरतलब है कि इसी माह हाईकोर्ट में हाथियों को करंट से बचाने की दिशा में वन विभाग और बिजली विभाग की कार्ययोजना पर एक जनहित याचिका का निराकरण किया गया था। याचिका पर दोनों विभागों ने शपथपत्र देकर बताया कि भारत सरकार की वर्ष 2016 की गाइडलाइंस के अनुसार हाथियों को बिजली करंट से बचाने के लिए कई उपाय किए जाएंगे, जैसे कि बिजली लाइनों की ऊंचाई बढ़ाना, कवर्ड कंडक्टर और भूमिगत केबल बिछाने का कार्य। इसके बाद हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि इन निर्देशों का सख्ती से पालन हो।

बिजली लाइन ले रही जान
स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि 11 केवी लाइन इतनी नीचे थी कि हाथी उसके संपर्क में आ गए। हाईकोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों के बावजूद इस प्रकार की घटनाएं वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता का विषय बनती जा रही हैं। डीएफओ मंडावी ने बताया कि घटना के बाद पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत हाथियों का पोस्टमार्टम किया है और मामले की जांच जारी है।

हाथियों के संघर्ष का कारण
छत्तीसगढ़ में घटते जंगल और बस्तियों के विस्तार के कारण हाथियों का झुंड अक्सर जंगल छोड़कर रिहायशी क्षेत्रों की ओर रुख करता है, जिससे इंसानों और हाथियों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं। रायगढ़ वन मंडल में कुल 78 और धरमजयगढ़ वन मंडल में 80 हाथी विचरण कर रहे हैं, जिससे जिले में हाथियों की कुल संख्या 158 हो चुकी है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, रात के समय हाथियों का झुंड जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ता है, जिससे इंसानों और हाथियों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं।

पोस्टमार्टम कराया गया
वन विभाग ने घटनास्थल पर पहुंचकर हाथियों का पोस्टमार्टम करवा लिया है और आवश्यक कदम उठाने की प्रक्रिया जारी है। उम्मीद है कि इस घटना के बाद वन विभाग और बिजली विभाग हाईकोर्ट के निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।

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