प्रमुख सचिव ने सभी सरकारी शिक्षकों का पोर्टल में पंजीयन कराने कलेक्टर्स को निर्देश दिया
बिलासपुर। लॉकडाउन के कारण लम्बे समय से स्कूल बंद हैं, अब www.cgschool.in सीजी स्कूल डॉट इन पोर्टल के जरिये ऑनलाइन पढ़ाई पढ़ई तुंहर दुआर योजना शुरू की गई है। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को पत्र लिखकर कहा है कि वे सभी शासकीय शालाओं के शिक्षकों का इसमें पंजीयन करायें। ऑनलाइन पढ़ाई कराने वाले शिक्षकों को अलग से मानदेय देने की व्यवस्था भी की जायेगी। पोर्टल की लांचिंग के एक दिन के भीतर ही एक लाख से अधिक लोगों ने इसे देखा और एक हजार से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीयन करा लिया है। पोर्टल पर पहले ही दिन 200 से अधिक वीडियो अपलोड हो चुके हैं। पोर्टल पर जल्द ही कलेक्टर्स के लिए डैश बोर्ड बनेगा जिससे वे योजना की मॉनिटरिंग आसानी से कर सकें। शुक्ला ने योजना को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी मांगे हैं।
बच्चों की घर बैठे पढ़ाई के लिए ऑनलाईन पोर्टल ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ का मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल ने 7 अप्रैल को उद्घाटन किया था। इसके बाद आज प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का इस पोर्टल में पंजीयन कराने के लिए कलेक्टरों को प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने पत्र लिखा है।
योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक जिले में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने के लिए भी कहा गया है। ज्यादा से ज्यादा छात्र योजना से जुड़ सकें इसके लिए योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए के लिए भी कहा गया है। कक्षाएं लेने और पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए अनुभवी शिक्षकों का चयन करने के लिए कहा गया है।
इस पोर्टल के जरिए लाखों छात्र बिना किसी शुल्क के ऑनलाईन पढ़ाई कर सकेंगे। आने वाले समय में बच्चों की निरंतर पढ़ाई में यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित होगा। अभी इस पोर्टल पर कक्षा एक से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई के संसाधनों को इसमें उपलब्ध कराया गया है।
इस पोर्टल का उद्देश्य केवल पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य है कि सभी बच्चों को वे पढ़ाई की वे सभी सुविधाएं ऑन लाइन उपलब्ध कराई जा सकें जो कक्षा में समक्ष में पढ़ाई के समय उपलब्ध रहती हैं। इसीलिये इस पोर्टल में पाठ्य सामग्री की रूप में पी.डी.एफ. फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो लेसन आदि तो उपलब्ध हैं ही, इसके साथ ही अन्य बहुत सी ऐसी सुविधाएं है जो साधारणतय: केवल समक्ष में कक्षा में ही मिलती है, जैसे –
- इस पोर्टल पर ज़ूम ऐप के माध्यम से ऑनलाइन इंटरएक्टिव कक्षाएं आयोजित की जायेंगी जिनमें शिक्षक एवं बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियों कांफग्रेसिंग के माध्यम से जुड़ सकेंगे। इन ऑनलाइन कक्षाओं में शिक्षक बच्चों को पढ़ायेंगे और बच्चे प्रश्न भी पूछ सकेंगे। इस प्रकार ऑन लाइन क्लास का अनुभव समक्ष में कक्षा जैसा ही होगा.
- बच्चे अपनी शंकाओं का समाधान भी ऑन लाइन कर सकेंगे। इससे बच्चों को कठिन अवधारणाएं समझने में सहायता मिलेगी और शिक्षकों से शंका समाधान के व्दारा बच्चों में बेहतर समझ बन सकेगी।
- बच्चों को ऑन लाइन होम वर्क भी दिया जायेगा। उसे वे घर पर ही अपनी कॉपी में हल करेंगे और अपने मोबाइल से फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर देंगे. इसके बाद संबंधित शिक्षक उसे ऑन लाइन जांच कर वापस विद्यार्थी को भेज देंगे। इस प्रकार विद्यार्थी घर बैठे ही अपनी कमजोरियों को समझ कर उन्हें दूर कर सकेंगे।
लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी इस पोर्टल का उपयोग लगातार होता रहेगा. छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं विषय शिक्षकों की कमी वाली शालाओं के लिये भी यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी होगा। आगे शीघ्र ही कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को यह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।