नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने सोमवार को खुलासा किया कि 7 मई को चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कुल नौ आतंकी व सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें कराची और इस्लामाबाद जैसे प्रमुख शहरों में मौजूद आतंकी ढांचे भी शामिल हैं।
यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई। एयर मार्शल एके भारती, जो वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन्स हैं, ने प्रेस वार्ता में बताया कि ऑपरेशन पूरी तरह से आतंकवाद और उससे जुड़े ढांचों के खिलाफ था, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ। हालांकि, पाकिस्तानी सेना द्वारा हस्तक्षेप के कारण उन्हें भी जवाबी कार्रवाई झेलनी पड़ी।
भारतीय सशस्त्र बलों ने इस ऑपरेशन का वीडियो भी जारी किया, जिसमें कराची और इस्लामाबाद में आतंकी गोदामों को भारी नुकसान होते हुए दिखाया गया है। एयर मार्शल भारती ने दोहराया कि पाकिस्तान की ओर से यदि कोई नुकसान हुआ है, तो उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह उनकी सेना की है जिसने आतंकियों का पक्ष लिया।
उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान द्वारा भेजे गए कई ड्रोन, लंबी दूरी के रॉकेट, और चीनी मूल की PL-15 मिसाइल को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम किया। मिसाइल का मलबा भारतीय सीमा में बरामद कर लिया गया है।
एयर मार्शल ने भारत की multilayered वायु रक्षा प्रणाली की सराहना की, जिसमें थल सेना, नौसेना और वायुसेना की समन्वित भागीदारी रही। स्वदेशी तकनीक से बने ‘सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर यूएवी सिस्टम’ तथा दक्ष कर्मियों ने पाकिस्तान की हर कोशिश को नाकाम किया।
उन्होंने बताया कि यह सक्षम सुरक्षा व्यवस्था भारत सरकार के पिछले एक दशक के निरंतर बजट समर्थन का परिणाम है।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और वाइस एडमिरल ए. एन. प्रमोद भी मौजूद थे।













