बिलासपुर । गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले में मां-बाप और पत्नी ने मिलकर एक शराबी युवक की सिर पर लोढा से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। आरोपी खुद ही थाने जाकर पुलिस को गुमराह करते रहे लेकिन पुलिस ने सूक्ष्म विवेचना कर मामले को सुलझा लिया। तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिये गये हैं।
पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने बताया कि कोटमीकला निवासी दशरथ सिंह, उसकी पत्नी मोतीबाई ने अपने बेटे जीवन सिंह की 20 सितम्बर की रात हत्या कर दी। इसमें उसकी बहू मानकुंवर ने भी साथ दिया। पुलिस को ग्रामीण प्यारेलाल ने सूचना दी कि जीवन सिंह अपने पिता के पुराने घर में मरणासन्न स्थिति में पड़ा हुआ है। उसका चेहरा खून से सना है। पुलिस ने रात में ही पहुंचकर घटनास्थल को सुरक्षित कर लिया और धारा 302 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। पूछताछ के दौरान मृतक के परिवार वालों की गतिविधि संदिग्ध लगी। जो कहानी सामने आई उससे मालूम हुआ कि मृतक जीवन सिंह दोपहर में काफी शराब पीकर आया था। वह अपनी मां और पत्नी को लगातार गालियां दे रहा था तथा पिता से भी हाथापाई कर रहा था। वह खेत और बाड़ी के बंटवारे की मांग कर रहा था। रोष में आये पिता सुकुल सिंह ने उसका कॉलर पकड़ा और बिस्तर पर लिटा दिया। पत्नी से उसने हत्या के लिये पास में रखे लोढ़ा (पत्थर) को मंगाया। मृतक की पत्नी ने उसके पैरों को दबाया और तीनों ने मिलकर उसे मार डाला। मौत के बाद उन्होंने आपस में मशविरा किया और पुलिस पूछताछ में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दुश्मनी के कारण की गई हत्या बताते रहे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।