स्कूली ड्रेस में बच्चे भी फीस वृद्धि के खिलाफ तख्तियां लेकर पहुंचे

बिलासपुर। निजी स्कूलों में अनाप-शनाप फीस बढ़ोतरी और महंगी किताबों तथा स्कूल ड्रेस के नाम पर हो रही लूट के खिलाफ पालकों का गुस्सा आज फूट पड़ा। सेंट जेवियर्स स्कूल प्रबंधन द्वारा बाउंसर और पुलिस की मदद से डराने-धमकाने का भी उन्होंने विरोध किया।  उन्होंने गांधी चौक से रैली निकाली और नेहरू चौक पर धरना दिया। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।

मंगलवार 20 अगस्त को सुबह 10 बजे विभिन्न निजी स्कूलों के अभिभावक सर्व स्कूल अभिभावक एवं कल्याण संघ के बैनर पर  गांधी चौक पर एकत्र हुए। वे शहर के मुख्य मार्ग गोलबाजार, सदरबाजार, प्रताप चौक होते हुए नेहरू चौक पहुंचे। इस दौरान उनके हाथों में तख्तियां थी, जिसमें निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ नारे लिखे गये थे। इनके साथ स्कूलों के बच्चे भी यूनिफॉर्म में थे। नेहरू चौक उन्होंने शाम तक धरना दिया और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि निजी स्कूलों में वार्षिक शुल्क, रि-एडमिशन, बिल्डिंग फंड, लाइब्रेरी फीस, डायरेक्ट फंड आदि के नाम पर अवैधानिक वसूली की जा रही है। स्कूल प्रबंधन हर साल नये, स्कूल बैग, कॉपियां, यूनिफार्म खरीदने के लिए बाध्य करते हैं और निजी प्रकाशकों की किताबों को अनिवार्य करते हैं। अभिभावकों ने बताया कि शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों को केवल 10 माह की फीस लेने का आदेश दिया है पर वे 12 माह की फीस ले रहे हैं। शासन के आदेश को स्कूल प्रबंधकों ने फाड़कर फेंक दिया है।

उन्होंने मांग की कि कलेक्टर द्वारा दिये गये निर्देश के अनुसार हर स्कूल में पालक समिति का तत्काल गठन किया जाये। स्कूल प्रबंधन के फैसलों में पालकों की सहमति भी अनिवार्य रूप से ली जाये। स्कूलों में फीस का एक मापदण्ड हो, जिसे सख्ती से लागू किया जाये। एनसीईआरटी की किताबें ही अनिवार्य किया जाये। निजी प्रकाशकों की महंगी किताबों पर रोक लगाकर एनसीईआरटी की किताबें अनिवार्य की जाये। कॉपी किताब, पेन पेंसिल, यूनिफार्म खरीदी विशेष दुकान से खरीदने के लिए कमीशनखोरी के कारण बाध्य किया जाता है, जिस पर रोक लगे। स्कूलों में खेल मैदान, लाइब्रेरी व सभी बुनियादी सुविधाएं अनिवार्य रूप से मुहैया कराई जाये। स्कूली वाहनों में सीसीटीवी कैमरा, जाली आदि सुरक्षा के इंतजाम किये जाएं।

सेंट जेवियर्स स्कूल ने रखे बाउंसर

विद्यार्थी कल्याण संघ और अभिभावक संघ ने ज्ञापन में बताया कि सेंट जेवियर्स स्कूल में अभिभावकों के विरोध को दबाने के लिए बाउंसर रखे गये हैं। ये बच्चों की माताओं से भी दुर्व्यवहार करते हैं। बाउंसरों को स्कूलों से तत्काल हटाने की मांग भी अभिभावकों ने की है। कुछ दिन पहले व्यापार विहार स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल में  अभिभावक पैरेन्ट्स मीटिंग में गये तो उन्हें  उत्तर पुस्तिका देखने को नहीं दिया और अभद्र व्यवहार करते हुए कहा गया कि पहले फीस पटाओ तब पुस्तिका देखने को मिलेगी। वहां की शिक्षिकाओं ने बताया कि प्राचार्य व प्रबंधन के निर्देश पर वे ऐसा कर रही हैं। अभिभावकों व बच्चों को धमकाने और शारीरिक क्षति पहुंचाने के लिए उन्होंने बाउंसर बुला रखे थे। इसके बाद अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन की शहर पर पुलिस ने सिविल लाइन थाने में भी बुलाया। पुलिस ने दबाव बनाने के लिए अभिभावकों को नोटिस जारी कर दिया है।

सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारें

ज्ञापन में सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार लाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल बंद होने के कगार है, वहां सुविधाएं नहीं होने के कारण पालकों को निजी स्कूलों में दाखिले के लिए भटकना पड़ता है। ऐसे सरकारी स्कूल जो बंद होने के कगार पर उनमें शिक्षा व खेलकूद के स्तर में सुधार के लिए केन्द्रीय विद्यालय की तर्ज पर विकसित किया जाये।

अभिभावक संघ के उपाध्यक्ष पवन ताम्रकार ने बताया कि इस आंदोलन में आज शहर के लगभग सभी स्कूलों के अभिभावक शामिल हुए। इनमें डीएवी, डीपीएस, लोएला, सेंट जेवियर्स बिलासपुर एवं भरनी तथा विभिन्न स्कूलों के अभिभावक थे। कलेक्टर को अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंप कर तत्काल निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि पहले भी उन्होंने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है पर कोई कार्रवाई नहीं हुआ।

आम आदमी पार्टी का मिला समर्थन

अभिभावक संघ के प्रदर्शन में सीवाईएसएस के प्रदेश अध्यक्ष अन्यतम शुक्ला व संगठन मंत्री शेखर टुटेजा के नेतृत्व में आमआदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को प्रदेशभर में उठाया जायेगा। कार्यक्रम में युवा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी भी शामिल हुए।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here