बिलासपुर। डोंगरगढ़ से ट्रांसफर पर बिलासपुर पहुंचे टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार को ज्वाइन करते ही गृह मंत्री के आदेश पर आईजी बद्रीनारायण मीणा ने सस्पेंड कर दिया। स्वर्णकार ने डोंगरगढ़ से अपनी विदाई के बाद अनुशासन के नियम की धज्जियां उड़ाते हुए गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाला और रूफ डोर खोलकर रोड शो किया।


टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार का राजनांदगांव के डोंगरगढ़ से बिलासपुर तबादला हुआ। डोंगरगढ़ में उन्होंने एमन साहू को चार्ज दे दिया। तबादले के बाद दो दिन पहले उनके स्टाफ ने दूल्हे की तरह सजी हुई कार में उन्हें बिठाया और गाजे बाजे के साथ रोड शो किया। स्टाफ के लोग नाचते गाते हुए कार के साथ-साथ चल रहे थे। स्वर्णकार ने भी इसका खूब मजा लिया। काले शीशे वाला धूप का चश्मा पहनकर उन्होंने वाहन के रूफ डोर खोलकर लोगों का अभिवादन किया। रोड शो ऐसे दिखाई दे रहा था मानो कोई नेता समर्थकों के साथ जश्न मना रहा हो। फूलों से लदी इसी कार में वह बिलासपुर पहुंचे और ज्वाइनिंग ली। इसके बाद वे पुलिस महानिरीक्षक बद्रीनारायण मीणा और पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से मिले। इस बीच सोशल मीडिया पर उनका रोड शो का वीडियो वायरल हो गया था। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू तक यह बात पहुंची तो उन्होंने आला अफसरों से इस पर कार्रवाई करने के लिए कहा। आज बिलासपुर आईजी बद्रीनारायण मीणा ने उसे सस्पेंड करके लाइन हाजिर कर दिया है।

टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार लगातार विवाद में रहते आए हैं। बिलासपुर में लॉकडाउन क दौरान एक पेट्रोल पंप कर्मचारी को उसने और एक प्रशिक्षु डीएसपी ने मिलकर तब जमकर पीटा था जब वह एक ग्राहक को बोतल में पेट्रोल भरकर दे रहा था। इसका वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था। उस समय वे तारबाहर थाना प्रभारी थे। एक सीनियर एडवोकेट ने भी उन पर दुर्व्यहार का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसके बाद उनका बीजापुर तबादला किया गया था लेकिन उसे रुकवाकर वे राजनांदगांव और उसके बाद डोंगरगढ़ आ गए। 10 माह डोंगरगढ़ में रहने के बाद उन्होंने फिर बिलासपुर स्थानांतरण करा लिया है।

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