बिलासपुर। पुलिस ने मस्तूरी इलाके के दो निगरानी बदमाशों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने उस महिला का अपहरण कर दो लाख रुपये की फिरौती मांगी, जिसके पति की हत्या के वे आरोपी हैं। आरोपियों से चार मोबाइल फोन और नगद 10 हजार रुपये सहित 70 हजार रुपये के सामान जप्त किये गये हैं।
मस्तूरी की आशा बांधड़े ने मंगलवार को थाने में शिकायत दर्ज कराई कि बिलासपुर में एक पेशी के लिए बाइक पर भतीजे विक्की के साथ निकली उसकी मां सुमैना पांडू का बिलासपुर से जयरामनगर के बीच अपहरण कर लिया गया है। दोपहर में उसके पति अंजोर दास के पास मां ने फोन कर घबराते हुए कहा कि दो लाख रुपये की तत्काल व्यवस्था कर दो, मैं खतरे में हूं। एक घंटे बाद दुबारा फोन आया और यही मांग की गई।
मस्तूरी थाना प्रभारी फैजूल शाह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल को इसकी जानकारी दी। एडिशनल एसपी संजय ध्रुव ने इसके बाद अपह्रत महिला और युवक को सकुशल बरामद करने के लिए अधीनस्थों को दिशा निर्देश दिया। पुलिस की दो टीमें बनाई गई। एक साइबर सेल की थी जो तकनीकी साक्ष्य् एकत्र कर रही थी, दूसरी टीम थाने स्तर पर सूचना संकलित करने में लग गई। मस्तूरी पुलिस ने परिवार वालों को भरोसे में लिया। इसी बीच आरोपियों का फिर फोन आ गया। उनके बताये अनुसार विक्की उर्फ रोहन पैसे लेने के लिए घर पहुंचा। रोहन ने बताया कि उसकी दादी सुमैना का भदौरा निवासी राजा सिंह ठाकुर और रविशंकर सोनवानी ने मोपका के आगे से बलपूर्वक अपहरण कर लिया है। वे दादी को लूतरा के आगे खारा जंगल की ओर लेकर गये हैं। रोहन उर्फ विक्की के साथ एक आरोपी रविशंकर उर्फ बनराकश भी आया है जो जयरामनगर रेलवे फाटक के पास रुपये लेने के लिए रुका हुआ है। सादी वर्दी पुलिस ने हुलिये के आधार पर रविशंकर को रेलवे फाटक के पास घेरकर गिरफ्तार कर लिया। उसे पकड़ने के बाद थाना प्रभारी फैजूल शाह के साथ पुलिस टीम ने रातभर खारा जंगल की खाक छानी पर आरोपी नहीं मिल पाये। इसी बीच तकनीकी साक्ष्य जुटाने पर पता चला कि अपह्रत महिला को भिलाई भाठा क्षेत्र में रखा गया है। पुलिस ने दूसरे आरोपी राजा सिंह के साथ मौजूद अपह्रत महिला सुमैना को सकुशल बरामद कर लिया।
दोनों आरोपियों ने पूछताछ के बाद बताया कि वे लोग अपह्रत महिला सुमैना के पति की हत्या के आरोपी हैं। इस मामले में वे जेल में रहे और जमानत में काफी पैसे खर्च हो गये। इस राशि की वसूली वे अपह्रत महिला से करना चाहते थे।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक रिमांड पर लेने के लिए अदाल में उन्हें पेश किया गया। आरोपियों के विरुद्ध मस्तूरी में लूट और हत्या के मामले पहले से ही दर्ज हैं।
अपहरण के केस को सुलझाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण,संजय ध्रुव का नेतृत्व रहा। मस्तूरी थाना प्रभारी फैजूल शाह, उप निरीक्षक एचआर यदु, प्रधान आरक्षक जीवन लाल साहू, आरक्षक मिथिलेश सोनी, खेमंत पाल, बसंत मानिकपुरी, सुभाष लोनिया, योगेन्द्र खूंटे, दीपक साहू व साइबर सेल के उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी एवं सहायक उप-निरीक्षक हेमन्त आदित्य की उल्लेखनीय भूमिका रही।