तीन घंटे बाद नया बैनर लगा, तब जाकर शुरू हुआ कार्यक्रम, नेता प्रतिपक्ष थे मुख्य अतिथि
बिलासपुर। बिल्हा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के आतिथ्य में रखी गई कृषि संगोष्ठी और कृषक उपकरण वितरण के कार्यक्रम में मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो नहीं लगाने को लेकर राजेन्द्र शुक्ला के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने कृषि अधिकारियों पर गोपनीय तरीके से कार्यक्रम करने और उपकरणों में भाजपा के प्रतीकों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। विवाद तब शांत हुआ जब तीन घंटे बाद दूसरा बैनर बनवाकर लाया गया जिसमें मुख्यमंत्री की फोटो लगी हुई थी।
बिल्हा में किसानों को आज केन्द्र सरकार की ‘आत्मा’ योजना के अंतर्गत कृषक संगोष्ठी का कार्यक्रम कृषि उप संचालक शशांक शिंदे की ओर से रखा गया था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिल्हा के विधायक और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को मुख्य अतिथि बनाया गया था।
इसी बीच कांग्रेस नेता व बिल्हा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजेन्द्र शुक्ला को मालूम हुआ कि इसमें राज्य सरकार के डीएमएफ फंड से कृषि उपकरणों का वितरण भी किसानों को किया जायेगा। शुक्ला ग्रामीणों और अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने कृषि अधिकारियों के समक्ष आपत्ति जताई।
उन्होंने सवाल किया कि जब राज्य सरकार की योजना के तहत कृषि उपकरणों को बांटा जा रहा है तो मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तस्वीर क्यों नहीं है। शुक्ला ने कृषि अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे बिल्हा में राजनीति न करें वरना उनके खिलाफ कार्रवाई हो जायेगी। समर्थकों ने इस बीच हंगामा शुरू कर दिया। एक ही समय में कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच शोरगुल मच गया। कौशिक के जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे एक साथ लगने लगे। इधर कौशिक भी अड़ गये कि वे कार्यक्रम के अतिथि हैं और वे कार्यक्रम सम्पन्न कराने के बाद ही जायेंगे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री की फोटो मंच पर नहीं लगाई जायेगी कार्यक्रम नहीं होगा। उनका आरोप था कि जो कृषि उपकरण बांटे गये हैं उनमें भी भाजपा के प्रतीक चिन्ह दिखाई दे रहे हैं। हंगामे की सूचना मिलने पर पहुंचे एसडीएम अखिलेश साहू और कृषि अधिकारी इस बात का जवाब नहीं दे पा रहे थे कि शासकीय योजना के कार्यक्रम में जो बैनर लगा है उसमें मुख्यमंत्री की फोटो क्यों नहीं लगी। एक टीम को आनन-फानन में बिलासपुर भेजा गया और वहां से एक नया बैनर बनवाकर लगाया गया। इस काम में लगभग तीन घंटे लग गये और तब तक मुख्य अतिथि कौशिक मंच पर बैठे रहे। मुख्यमंत्री की फोटो लगने के बाद कार्यक्रम शुरू हो सका और कौशिक सांकेतिक रूप से एक दो उपकरणों का वितरण कर वहां से विदा हुए।
कांग्रेस नेता राजेन्द्र शुक्ला का कहना है कि कौशिक को प्रोटोकॉल के अनुसार अतिथि बनाये जाने पर उन्होंने कोई आपत्ति नहीं की थी लेकिन राज्य सरकार की योजना के तहत कोई सामग्री वितरण का शासकीय कार्यक्रम हो तो मुख्यमंत्री के प्रोटोकाल को भी ध्यान में रखना होगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने कलेक्टर से भी बात की है और अपेक्षा की है कि भविष्य में अधिकारी इसका ध्यान रखें।