विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन को भेजा ज्ञापन, कहा- कैम्पस में भय का वातावरण
बिलासपुर। गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के न्यू गेस्ट हाउस को आइसोलेशन सेंटर बनाये जाने का विरोध विश्वविद्यालय के विभिन्न अंगों जिनमें शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य स्टाफ सदस्यों के द्वारा 21 मई को सुबह 11 बजे किया गया। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में जिला प्रशासन के विश्वविद्यालय के न्यू गेस्ट हाउस को आइसोलेशन सेंटर बनाये जाने का विरोध दर्ज कराया। इसमें 100 महिला एवं 100 पुरुष शामिल हुए।
इस शांतिपूर्ण विरोध में भारत सरकार के गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों जिसमें सामाजिक दूरी, मास्क पहनने एवं सेनेटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा गया। शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा आइसोलेशन सेंटर बनाये जाने की असहजता जाहिर करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षकों, कर्मचारियों एवं अन्य स्टाफ सदस्यों द्वारा सौंपे गये ज्ञापन को जिला प्रशासन को भेजा गया है।
ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित आवसीय कॉलोनी में लगभग 300 शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी अपने परिवार के साथ निवास करते हैं जो इस न्यू गेस्ट हाउस के एकदम समीप है। इन परिवारों में बुजुर्ग माता-पिता, बच्चों एवं गर्भवती महिलाएं हैं, जिनके स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते सभी ने इस आइसोलेशन सेंटर पर असहमति दर्ज कराई है। न्यू गेस्ट हाउस को आइसोलेशन सेंटर बनाये जाने से आवासीय परिसर में भय का वातावरण है।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन को सूचित किया है कि नया अतिथि सदन का मार्च माह में हुए दीक्षांत समारोह के दौरान लोकार्पित किया गया है तथा इसमें बिजली-पानी इत्यादि न्यूनतम आवश्यकताओं की कार्रवाई प्रक्रियाधीन हैं।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय के अकादमिक कैलेन्डर के अनुसार माह जुलाई के प्रथम सप्ताह से कक्षायें प्रारंभ हो रहीं हैं। छात्र-छात्राओं का माह जून के अंतिम सप्ताह में आना शुरु हो जायेगा। इतने कम समय में छात्रों हेतु समुचित प्रबंध करना संभव नहीं हो सकेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन को पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया है कि वह परिसर के किसी भी भवन को कोरोना प्रभावित व्यक्तियों के ठहराने हेतु आइसोलेशन सेंटर बनाये जाने में असमर्थ है।