बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय, बिलासपुर में मंगलवार को एक खास कार्यक्रम हुआ जिसमें प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय ने उन रेलवे कर्मचारियों को सम्मानित किया, जिन्होंने आरक्षण प्रणाली में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।
ऑनलाइन भुगतान को प्राथमिकता
रेलवे में अब टिकट बुकिंग के दौरान डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की दिशा में तेज़ी से काम हो रहा है। टिकट काउंटर पर कैश की बजाय ऑनलाइन पेमेंट को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि सेवा पारदर्शी, तेज़ और सुरक्षित हो। इस काम में ईसीआरसी यानी पूछताछ और आरक्षण लिपिक (Reservation Clerks) ने काफी मेहनत की है।
रेलवे के मुताबिक अब दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के टिकट आरक्षण केंद्रों में लगभग 55 से 60 प्रतिशत तक भुगतान डिजिटल तरीके से हो रहा है, जो कि बड़ी उपलब्धि है। इससे नकदी की झंझट, छुट्टे पैसों की दिक्कत और धोखाधड़ी की आशंका कम हुई है। यात्रियों को भी तेज़ और आसानी से सेवा मिल रही है।
बड़े आरक्षण केंद्रों के कर्मचारी सम्मानित
इस मौके पर बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, नागपुर, भिलाई और उसलापुर जैसे बड़े आरक्षण केंद्रों के कुल 15 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इनमें कुछ प्रमुख नाम हैं:
- बिलासपुर मंडल से – एस. अनिल कुमार, मनोज गुबरेले, मौमिता मजूमदार
- रायपुर मंडल से – श्वेता शर्मा, पी. भट्टाचार्य
- नागपुर मंडल से – रिंकू सिंह, नेहा ठाकुर
सम्मान पाने वाले कर्मचारियों ने खुशी जताते हुए कहा कि यह पुरस्कार उनके लिए गर्व की बात है और इससे उन्हें और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलेगी। साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई कि दूसरे कर्मचारी और यात्री भी डिजिटल लेनदेन को अपनाने के लिए आगे आएंगे।
कार्यक्रम के अंत में प्रवीण पाण्डेय ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे इस डिजिटल मुहिम को लगातार सहयोग देते रहें और रेलवे में तकनीकी सुधार को और आगे बढ़ाएं।