छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित किया है, जिसमें रायपुर, बस्तर, कांकेर, सुकमा, दंतेवाड़ा और जगदलपुर शामिल हैं। इन जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं।
मिंटो नदी का कहर
सुकमा जिले में मिंटो नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे एनएच-30 पर बना पुल बह गया है। इस पुल के बहने से दोनों ओर के लोग आ-जा नहीं पा रहे हैं।
मानपुर के 70 गांव टापू बने
मानपुर के खंडगांव और भरीटोला इलाकों में पानी ने ऐसा कहर बरपाया कि 70 गांव टापू में बदल गए हैं। इन गांवों के लोग पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट गए हैं।
ग्रामीणों के लिए बड़ी परेशानी
लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीणों, छात्रों, किसानों और नौकरीपेशा लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लोग जहां हैं वहीं फंसे हुए हैं और कहीं नहीं जा पा रहे हैं।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से संपर्क टूटा
दल्लीराजहरा से मानपुर के बीच निर्माणाधीन हाईवे की सड़क और पुल पहली ही बारिश में बह गए हैं, जिससे छत्तीसगढ़ का तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से संपर्क टूट गया है।
बस्तर संभाग में मूसलाधार बारिश
बस्तर संभाग में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शबरी और गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जगदलपुर के कई इलाके डूब चुके हैं और कोंटा के कई इलाकों में डूबने का खतरा बना हुआ है।