रायपुर। सामाजिक कार्यकर्ता नितिन सिंघवी ने राजधानी में लगातार आ रही तेज़ आंधियों और उससे बिजली आपूर्ति में हो रही दिक्कतों को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव सहित कई आला अफसरों को एक पत्र लिखकर मांग की है कि शहर में फ्लेक्स और होर्डिंग्स को लेकर सख्त नियम बनाए जाएं, ताकि ये तेज़ हवाओं में उड़कर बिजली लाइनों पर गिरकर संकट न बनें।
नितिन सिंघवी ने अपने पत्र में बताया कि 1 मई और 10 जून को आई आंधियों में कई फ्लेक्स और होर्डिंग्स फटकर बिजली लाइनों पर गिर गए, जिससे घंटों बिजली गुल रही। खासकर 10 जून को शंकर नगर चौक में एक फ्लेक्स का टुकड़ा उड़कर 33 केवी लाइन पर जा गिरा, जिससे कई इलाकों की बिजली रात 2 बजे तक बंद रही। इस दौरान लोग उमस और मच्छरों से परेशान रहे, बच्चों को नींद नहीं आई और कई घरों में खाना तक नहीं बन सका।
उन्होंने कहा कि बिजली कंपनी के कर्मचारियों को रातभर 35 से ज़्यादा जगहों पर तारों से फ्लेक्स हटाना पड़ा, तब जाकर बिजली सप्लाई चालू हो सकी। उनका कहना है कि फ्लेक्स और होर्डिंग्स न सिर्फ बिजली बाधित कर रहे हैं, बल्कि तेज़ आंधी में खतरा भी बन रहे हैं।
नितिन सिंघवी ने मांग की है कि –
- बिना बिजली कंपनी की अनुमति के कोई भी होर्डिंग या फ्लेक्स न लगाया जाए।
- खतरनाक स्ट्रक्चर और होर्डिंग्स को चिन्हित कर हटाया जाए।
- इसे “क्लाइमेट एडॉप्शन” के तहत देखा जाए क्योंकि अब जलवायु परिवर्तन नहीं, जलवायु संकट का दौर है और हमें उसके अनुसार तैयारी करनी होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लाख रुपये के विज्ञापन राजस्व से ज़्यादा जरूरी है लाखों लोगों की तकलीफ को कम करना।