बिलासपुर। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के यात्रियों के लिए आज एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। कुछ घंटों बाद रायपुर और जबलपुर के बीच नई एक्सप्रेस ट्रेन सेवा की शुरुआत होने वाली है। रायपुर और जबलपुर स्टेशन से इस ट्रेन को एक साथ हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा।
रायपुर स्टेशन से इस सेवा की शुरुआत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
जबलपुर की ओर से ट्रेन को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
इसी अवसर पर रीवा-पुणे (हड़पसर) एक्सप्रेस और भावनगर-अयोध्या एक्सप्रेस का भी रीवा और भावनगर से शुभारंभ किया जाएगा। इन ट्रेनों को रीवा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री मोहन यादव, जबकि भावनगर में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल रवाना करेंगे।
तेज़ और सुगम यात्रा का विकल्प
नई रायपुर-जबलपुर एक्सप्रेस छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश को जोड़ेगी। यह ट्रेन रायपुर, गोंदिया और जबलपुर के बीच तेज़ और वैकल्पिक मार्ग देगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। यह सेवा खासतौर पर व्यापारियों, छात्रों, पर्यटकों और रोज़ाना यात्रा करने वालों के लिए काफी लाभदायक होगी।
शुरुआती दिन चलेगी विशेष ट्रेन
आज के शुभारंभ के मौके पर यह सेवा विशेष ट्रेन संख्या 01709 के रूप में चलाई जाएगी, जो रायपुर से सुबह 10:45 बजे रवाना होगी और जबलपुर रात 8:15 बजे पहुंचेगी। रास्ते में यह ट्रेन दुर्ग, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, गोंदिया, बालाघाट, नैनपुर और मदन महल स्टेशनों पर रुकेगी।
नियमित समय-सारणी
11701 रायपुर-जबलपुर एक्सप्रेस
रायपुर से रोजाना दोपहर 2:45 बजे चलेगी और रात 10:45 बजे जबलपुर पहुंचेगी।
11702 जबलपुर-रायपुर एक्सप्रेस
जबलपुर से सुबह 6 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:50 बजे रायपुर पहुंचेगी।
कोच संरचना
इस ट्रेन में कुल 15 डिब्बे होंगे —
1 पावर कार, 1 एसएलआरडी, 8 सामान्य श्रेणी के कोच, 4 चेयर कार और 1 एसी चेयर कार।
पर्यटन और स्थानीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह सेवा न केवल यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी, बल्कि पर्यटन और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा देगी। डोंगरगढ़ का माँ बमलेश्वरी मंदिर, रायपुर का नंदनवन जूलॉजिकल पार्क, बालाघाट का कान्हा नेशनल पार्क, जबलपुर का भेड़ाघाट और धुआँधार जलप्रपात जैसे प्रमुख स्थलों तक पहुँच अब और आसान हो जाएगी।