मोपका स्थित दिव्यांग चिकित्सालय परिसर में अतुल कृष्ण भारद्वाज का राम कथा पाठ
‘दिशा’ टीवी चैनल पर 25 अक्टूबर से होगा महोत्सव का प्रसारण
अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के नवनिर्मित गीता देवी रामचंद्र अग्रवाल दिव्यांग अस्पता एवं अनुसंधान सेवा केंद्र के उद्घाटन अवसर पर पंडित अतुल कृष्ण महाराज का रामकथा महोत्सव चल रहा है। छठवें दिन मंगलवार को उन्होंने जब राम के वनवास की कथा सुनाई तो श्रोता भाव-विभोर हो उठे और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े।
व्यास पीठ से कहा कि श्रीराम अपने कुल की मर्यादा को ध्यान रखकर अपने पिता के वचन की रक्षा के लिए प्रसन्न होकर सारा राज पाठ त्याग कर वन चले गए। हमें सीख लेनी चाहिए कि यदि जरूरत पड़े तो अपने परिवार समाज व देश के लिए सबकुछ त्याग देना चाहिए उन्होंने विभिन्न चोपाईयों के माध्यम से कहा कि कैकेयी राज काज में कुशल थीं और वे युद्ध क्षेत्र में भी राजा दशरथ के साथ जाती थीं। राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाने में कैकेयी ने अपना अनुराग, सुहाग सबकुछ समर्पित कर दिया लेकिन मंथरा के बहकावे में आकर उन्होंने दशरथ को अपना वचन पूरा करने के लिए बाध्य किया। बुजुर्गों को सीख लेनी चाहिए कि जब शरीर में ताकत और आंखों में रोशनी हो सारी जिम्मेदारी अपने वारिस को सौंप देनी चाहिए। दशरथ ने राम के राज्याभिषेक का प्रस्ताव कल पर छोड़ दिया, जिससे राम के वनवास की परिस्थिति उत्पन्न हुई इसलिए हमें कोई भी मामला कल पर नहीं छोड़ना चाहिए। सदा प्रसन्न रहने की प्रेरणा भगवान राम से लेनी चाहिए। उनकी कथा से दुःख हमसे कोसों दूर लगता है। मां कौशिल्या ने वन गमन के लिए किसी को दोषी नहीं बताया अपितु कहा कि यह सैकड़ों अयोध्या के समान है। कौशिल्या माता नहीं होती तो राम कथा बाल कांड में ही समाप्त हो जाती। ममता में तनिक कठोरता का होना भी अनिवार्य है।
कार्यक्रम में यजमान सत्यनारायण लिखमानिया, डॉ. विनय पाठक, आर के मिश्रा, रामचन्द्र अग्रवाल, वासुदेव सिंघानिया, मदन मोहन अग्रवाल, हरनाथ मुदलियार, कन्हैया गोयल, जगदीश बंसल, राधेश्याम अग्रवाल, डॉ. डीपी अग्रवाल, महेश मुरारका, विनय त्रिपाठी, आर. के बुधौलिया, राजेश पांडेय, अमित अग्रवाल, लक्ष्मी प्रसाद तिवारी, रामदास अग्रवाल, डॉ. एल सी मढ़रिया, रामकृष्ण तावड़कर, भुवन वर्मा आदि ने अभ्यर्थना की।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजेन्द्र अग्रवाल ‘राजू’ ने बताया कि रामकथा महोत्सव का दिशा टीवी चैनल पर 25 अक्टूबर से दो नवंबर तक शाम चार से सात बजे तक प्रसारण किया जाएगा।
राम कथा का प्रवचन 18 अक्टूबर तक होगा प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक इसका आयोजन हो रहा है।