तखतपुर। तेज आंधी तूफान और झमाझम बारिश ने तखतपुर में रावण दहन के कार्यक्रम का मजा किरकिरा कर दिया। सांस्कृतिक भवन में बन रहे रावण की गर्दन ही आंधी तूफान में उड़ गई और रावण भाटा में दहन के लिए तैयार रावण का पुतला इस बारिश से भीग गया।
असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। मान्यता के अनुरूप बुराई का सर्वनाश करने के प्रतीक के रूप में रावण का दहन किया जाता है।
तखतपुर नगर में रावण भाटा और सांस्कृतिक भवन के पास रावण दहन के दो बड़े कार्यक्रम होते हैं। सबसे पहले रावणभाटा जनकपुर में रावण दहन का कार्यक्रम किया जाता है उसके बाद भगवान श्रीराम की शोभायात्रा संस्कृतिक भवन पहुंचती है जहां भगवान श्री राम की पूजा अर्चना कर सांस्कृतिक भवन में रावण का दहन अतिथियों द्वारा किया जाता है। पर आज शाम लगभग चार बजे तेज आंधी और तूफान चलने लगा जिसके कुछ देर बाद झमाझम बारिश भी होने लग गई इस बारिश ने आज लंकापति रावण को भींगो दिया और आंधी तूफान ने सांस्कृतिक भवन में बने रावण के धड़ को आंधी तूफान से गिर गया और बीस फीट का पुतला पानी मे भीग गया जनकपुर रावण भाटा में बने रावण के पुतले को भी बारिश ने भिगो दिया। आज दशहरे के दिन आंधी तूफान और जमकर हुई बारिश ने दशहरे का मजा भी किरकिरा कर दिया क्योंकि जनकपुर में लगने वाले मेले में बारिश के कारण कम भीड़ नजर आई।