स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम परिवर्तन का विरोध, निंदा प्रस्ताव पारित
बिलासपुर। स्वर्गीय खूबचंद बघेल की 124वीं जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई और छत्तीसगढ़ में उनके अमिट योगदान को याद किया गया।
नूतन चौक में स्थित उनके मूर्ति स्थल पर डॉ. खूबचंद बघेल सेवा समिति ने एक भव्य आयोजन किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने छत्तीसगढ़ के निर्माण और देश की आजादी में डॉ. खूबचंद बघेल के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शुरू की गई डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम परिवर्तित किए जाने का कड़ा विरोध जताया। इसके खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव पारित किया गया और सरकार से इस योजना का नाम यथावत रखने की मांग की गई। वक्ताओं ने सुझाव दिया कि महान क्रांतिकारी शहीद वीर नारायण सिंह के नाम पर नई जनकल्याण योजना शुरू की जा सकती है।
योजना के नाम परिवर्तन पर नाराजगी
वक्ताओं ने स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम परिवर्तन पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पूरा प्रदेश इस निर्णय से अचंभित और नाराज है। डॉ. खूबचंद बघेल की जयंती के अवसर पर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों ने भी इस मांग का समर्थन किया कि योजना का नाम न बदला जाए।
सामाजिक संगठनों का समर्थन
कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी इस मांग का समर्थन किया और नाम बदलने की निंदा की। वक्ताओं में बिलासपुर शहर के पूर्व विधायक शैलेश पांडेय, डॉ. एल. सी. मंढरिया, डॉ. के.के. साव, डॉ. विनोद तिवारी, डॉ. हेमंत कौशिक, लक्ष्मीकांत गहवई, प्रमोद पटनवार, भुवन वर्मा, सिद्धेश्वर पाटनवार, बी. आर. कौशिक, डॉ. निर्मल नायक, डॉ. मंत राम यादव, शीतल पाटनवार, बृजेश साहू, रामकुमार वर्मा और तानसेन चंद्रवंशी ने सभा को संबोधित किया।
डॉ. खूबचंद बघेल की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में उनके अमूल्य योगदान को श्रद्धांजलि दी गई और सरकार से उनकी स्मृति में चलाई जा रही स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम यथावत रखने की पुरजोर मांग की गई।
शैलेष पांडेय ने बताया पूर्वजों का अपमान
इस अवसर पर कांग्रेस नेता शैलेश पांडेय ने भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि सरकार ने खूबचंद बघेल जी के नाम से चल रही योजनाओं का नाम बदलकर उनका अपमान किया है। उन्होंने कहा, “अरपा पैरी की धार भी अब नहीं सुनाई देती,” जो कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। पांडेय ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश में करोड़ों लोगों के जीवन से जुड़ी स्वास्थ्य योजना का नाम खूबचंद बघेल के नाम पर रखा गया था, जिससे छत्तीसगढ़ के पूर्वजों को सम्मान मिला था। लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद इन योजनाओं का नाम बदल दिया, जिससे प्रदेश के लोग दुखी और स्तब्ध हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार का यह कदम प्रदेश के पूर्वजों का अपमान है।